"नागपुर जिला बाल विवाह मुक्त करेंगे’

डिजिटल डेस्क,नागपुर। जिलाधीश डॉ. विपिन इटनकर ने कहा कि विवाह की विधि पूर्ण करने जा रहे पुरोहित, काजी, भंते को लड़के और लड़कियों की उम्र का ध्यान रखना चाहिए। जन जागरूकता के माध्यम से "नागपुर जिला बाल विवाह मुक्त करेंगे"। जिले के प्रत्येक गांव में बाल विवाह रोकने की शपथ लेने की अपील की है। जिलाधीश कार्यालय में जिला कृति दल एवं मिशन वात्सल्य समिति की बैठक में जिलाधीश बोल रहे थे। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव व वरिष्ठ स्तर न्यायाधीश जयदीप पाण्डे, कौशल विभाग के सहायक आयुक्त प्रभाकर हरडे, समाज कल्याण सहायक आयुक्त सुकेशिनी तेलगोटे, महिला एवं बाल विकास विभाग की उपायुक्त अपर्णा कोल्हे, जिला बाल संरक्षण अधिकारी मुश्ताक पठान, डॉ. आसिफ इनामदार एवं समिति के सदस्य उपस्थित थे।
सर्वश्रेष्ठ गांव होंगे पुरस्कृत
कोरोना महामारी में विधवा महिलाओं के लिए स्वयं सहायता समूह बनाकर उन्हें औद्योगिक प्रशिक्षण देना चाहिए। परिवार का भरण-पोषण करने के लिए उन्हें उद्योग से रोजगार प्राप्त होगा। जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि कौशल विभाग के सहायक आयुक्त इस कार्य पर विशेष ध्यान दें। जिले में हगंदरी मुक्त गांव की तरह बाल विवाह मुक्त ग्राम प्रतियोगिता का आयोजन किया जाए। सर्वश्रेष्ठ गांवों को पुरस्कृत किया जाना चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने शिक्षा अधिकारी को स्कूलों और कॉलेजों में प्रतिदिन बाल विवाह रोकने की शपथ लेने की सूचना दी।
अक्षय तृतीया पर नजर
सार्वजनिक स्थानों और सरकारी कार्यालयों में भी और कहा कि शपथ ग्रहण कार्यक्रम आयोजित किए जाएं। जिले में अक्षय तृतीया के अवसर पर बड़ी संख्या में बाल विवाह होते हैं। उन्होंने इस पर प्रतिबंधात्मक कार्रवाई करने का निर्देश दिया। बैठक में उपस्थित पुरोहित, काजी, भंते विवाह समारोह में जाते समय कन्या की आयु का रिकार्ड रखें। 18 वर्ष से कम उम्र की लड़कियों के विवाह का विरोध करें। दूल्हा-दुल्हन को बताया जाए कि बाल विवाह के मामले में आपराधिक कार्रवाई की जाएगी। इस संबंध में ग्राम सभाएं आयोजित की जानी चाहिए। इस दौरान मिशन वात्सल्य समिति की समीक्षा की गई।
Created On :   3 March 2023 4:24 PM IST












