एआईओसीडी ने किया ई-फार्मेसी का विरोध
डिजिटल डेस्क, नागपुर । ऑल इंडिया ऑर्गनाइजेशन ऑफ केमिस्ट एडं ड्रगिस्ट (एआईओसीडी) ने ई- फार्मेसी का विरोध किया है तथा कहा है कि यह आम जनता के लिए घातक है और केमिस्ट के लिए बेरोजगारी का एक बड़ा कारण बनेगी। नागपुर जिले में करीब 4.5 हजार केमिस्ट हैं और उनके परिवार के करीब साढ़े सत्रह हजार लोग उन पर आश्रित हैं। केमिस्ट के यहां काम करने वाले करीब 20 हजार कर्मचारी और उनके परिवार के करीब 1 लाख सदस्य भी इन्हीं पर आश्रित हैं। ऐसे 1 लाख 17 हजार 500 लोगों पर यह संकट खड़ा हो जाएगा।
4 राज्यों में अनुमति नहीं : एआईओसीडी का आरोप है कि एक ऑनलाइन शापिंग कंपनी ने बंगलुरु में ई-फार्मेसी की घोषणा की है, जबकि कानूनी तौर पर इसकी इजाजत नहीं दी गई है। इसमें देशभर के 8.50 लाख केमिस्ट, उनके 50 लाख परिजन, वहां काम करने वाले करीब 50 लाख कर्मचारी और उनके 2.50 करोड़ परिवार सदस्य ऐसे कुल करीब 3.60 करोड़ लोगों के सामने संकट खड़ा हो जाएगा। कोरोनाकाल में करीब 250 केमिस्ट अपनी जान गंवा चुके हैं। केमिस्ट एसोसिएशन का कहना है कि दवाएं सामान्य वस्तु नहीं है। इनका सोच-समझकर इस्तेमाल किया जाता है। यही वजह है कि 4 राज्यों के उच्च न्यायालयों ने ई-फार्मेसी को अनुमति नहीं दी है।
Created On :   24 Aug 2020 10:37 AM GMT