आरटीओ अधिकारी घूस लेते पकड़ाया

nagpur in rto officer caught taking bribe
आरटीओ अधिकारी घूस लेते पकड़ाया
ग्रामीण आरटीओ में ‘गुटबाजी’ आरटीओ अधिकारी घूस लेते पकड़ाया

डिजिटल डेस्क, नागपुर। ग्रामीण आरटीओ नागपुर के प्रथम श्रेणी के मोटर वाहन निरीक्षक अभिजीत सुधीर मांजरे (39) सहित 3 आरोपियों के खिलाफ एसीबी के दस्ते ने कार्रवाई की। आरोप है कि आरोपी अभिजीत मांजरे की उपस्थिति में उनके कक्ष के अंदर शिकायतकर्ता से एक निजी व्यक्ति ने 500 रुपए मांगे और दूसरे निजी व्यक्ति को यह रकम लेते हुए एसीबी के दस्ते ने रंगेहाथों धर-दबोचा। अभिजीत के कक्ष में उनकी उपस्थिति में यह मामला होने पर एसीबी ने उन्हें व दोनों निजी व्यक्तियों के खिलाफ कार्रवाई कर गिरफ्तार किया। आरोप है कि चालान के अलावा इंट्री के लिए 500 रुपए की मांग की गई थी। अभिजीत के साथ करण मधुकर काकडे (28) हिवरा बेंडे रामटेक और विनोद महादेव लांजेवार (48) सुभाष नगर कामगार कॉलोनी नागपुर निवासी को भी आरोपी बनाया गया है। हालांकि सूत्रों के अनुसार, उक्त कार्रवाई विभाग में आपसी गुटबाजी का नतीजा है। इसे विभाग के ही एक बड़े अधिकारी के इशारे पर की गई कार्रवाई बताया जा रहा है।

क्या है मामला : एसीबी से जुड़े सूत्रों के अनुसार, शिकायतकर्ता (पीड़ित व्यक्ति) ने एसीबी के पास शिकायत की थी। उसने एसीबी को बताया कि वह 8 फरवरी को मालवाहक वाहन मनमाड से रीवा लेकर जा रहा था। इस दौरान चेक पोस्ट कांद्री नागपुर में करण काकडे (निजी व्यक्ति) ने उसके वाहन को रोका। मोटर वाहन निरीक्षक अभिजीत मांजरे की उपस्थिति में शिकायतकर्ता से चालान के अलावा इंट्री के लिए 500 रुपए की मांग की गई। करण ने रकम मांगी और विनोद को 500 रुपए लेते ही एसीबी के दस्ते ने दबोच लिया। एसीबी के राहुल माकणीकर, अपर पुलिस अधीक्षक मधुकर गिते, उपअधीक्षक योगिता चाफले के मार्गदर्शन में कार्रवाई की गई। एसीबी दस्ते की पुलिस निरीक्षक वर्षा मते, आशीष चौधरी, निलेश उरकुडे, पुलिस नायब अमोल मेंघरे, अनिल बहिरे ने कार्रवाई में सहयोग किया।
असली कहानी लूट के बंटवारे की है : आरटीओ के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, असली कहानी विभाग में हर माह होने वाले अवैध कलेक्शन के बंटवारे की है, जिसके तहत दो गुट एक-दूसरे गुट के लोगों को निपटाने में लगे हुए हैं। पहले गुट ने एक शिकायत के माध्यम से इसकी शुरुआत की तो दूसरे गुट ने शिकायकर्ता से जुड़े मोटरवाहन निरीक्षक पर यह कार्रवाई करवा दी। दोनों ही गुटों का असली मकसद ‘लूट’ के पैसों पर अपनी-अपनी दावेदारी का है, जिसमें बड़े स्तर पर अधिकारी भी शामिल हैं।

Created On :   10 Feb 2023 5:01 AM GMT

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story