नागपुर यूनिवर्सिटी ने ‘पेट’ पर नहीं लिया फैसला

Nagpur University did not decide on PET
नागपुर यूनिवर्सिटी ने ‘पेट’ पर नहीं लिया फैसला
नागपुर यूनिवर्सिटी ने ‘पेट’ पर नहीं लिया फैसला

डिजिटल डेस्क, नागपुर। राष्ट्रसंत तुकड़ोजी महाराज नागपुर विश्वविद्यालय ने एक ओर जहां अपने विविध पाठ्यक्रमों की परीक्षा का टाइमटेबल जारी कर दिया है, लेकिन पीएचडी प्रवेश परीक्षा (पेट) के संबंध में अब तक यूनिवर्सिटी का कोई निर्णय नहीं हो सका है। उल्लेखनीय है कि इस बार नए नियमों के साथ 10 से 15 मई के बीच पेट परीक्षा ली जाने वाली थी। लेकिन मई में नागपुर समेत संपूर्ण प्रदेश में कोरोना की स्थिति गंभीर थी, ऐसे में विवि ने यह परीक्षा स्थगित कर दी थी। तब से पेट के संबंध में कोई घोषणा नहीं हुई है। 

गुणवत्ता बरकरार रहेगी
विश्वविद्यालय ने इस वर्ष पीएचडी प्रक्रिया के नियमों में कई बदलाव किए हैं। बीते कुछ वर्षों में कड़े नियमों के कारण अभ्यर्थियों की संख्या बेहद कम हो गई थी। लिहाजा यूनिवर्सिटी  ने इस वर्ष नियमों को शिथिल किया है। नियमों के अनुसार, यदि किसी अभ्यर्थी ने अपने जीवनकाल में एक बार भी पेट परीक्षा पास की हो, तो इस आधार पर वह पीएचडी करने के लिए पात्र माना जाएगा। विवि प्रशासन का दावा है कि पीएचडी की शुरुआत आसान और समापन की प्रक्रिया सख्त की है। ऐसे में उनकी पीएचडी की गुणवत्ता बरकरार रहेगी।

स्थिति सामान्य होने का इंतजार
इस मामले में यूनिवर्सिटी परीक्षा नियंत्रक डॉ.प्रफुल्ल साबले ने कहा है कि हम स्थिति के सामान्य होने का इंतजार कर रहे हैं। फिलहाल राज्य सरकार ने 15 जून तक लॉकडाउन बढ़ाया है, इसके बाद कोरोना की स्थिति को देखते हुए पेट परीक्षा के आयोजन पर फैसला लिया जाएगा। हालांकि नागपुर में कोरोना के मरीज कम हो रहे हैं, यदि स्थिति ऐसी ही रही, 15 जून के बाद लॉकडाउन शिथिल हुआ तो अधिकतम 15 अगस्त के पूर्व पेट परीक्षा ले ली जाएगी। सब कुछ कोरोना की स्थिति पर निर्भर होगा।

अंक निर्धारण इस तरह 
पीएचडी के इच्छुक अभ्यर्थियों को पोस्ट ग्रेजुएशन में कम से कम 55% (आरक्षित प्रवर्ग के लिए 50%) प्राप्त हुए हो। नेट-सेट या एम.फिल डिग्री धारकों को पेट परीक्षा देने की जरूरत नहीं है, वे पहले ही रजिस्ट्रेशन के लिए पात्र माने जाएंगे। पेट परीक्षा कुल 100 अंकों की होगी। परीक्षा के दो हिस्से होंगे। पहला रिसर्च मैथेडोलॉजी और दूसरा जनरल एप्टिट्यूड। दोनों भागों में 50--50 प्रश्न पूछे जाएंगे। प्रत्येक प्रश्न पर 1 अंक निर्धारित होगा। परीक्षा 90 मिनट चलेगी। अभ्यर्थी अंग्रेजी, हिंदी या मराठी में परीक्षा दे सकते हैं। पेट परीक्षा में उत्तीर्ण होने के लिए रिसर्च मैथेडोलॉजी और जनरल एप्टिट्यूड दोनों में कम से कम 40% अंक और संयुक्त रूप से कम से कम 50% जरूरी है।


 

Created On :   3 Jun 2021 9:42 AM GMT

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