कर्नाटक में बजरंग दल के दो कार्यकर्ताओं पर हमले के बाद पुलिस की हो रही आलोचना

Police being criticized after attack on two Bajrang Dal workers in Karnataka
कर्नाटक में बजरंग दल के दो कार्यकर्ताओं पर हमले के बाद पुलिस की हो रही आलोचना
कर्नाटक कर्नाटक में बजरंग दल के दो कार्यकर्ताओं पर हमले के बाद पुलिस की हो रही आलोचना

डिजिटल डेस्क, बेंगलुरु। कर्नाटक के शिवमोग्गा जिले में बजरंग दल के कार्यकर्ताओं पर हुए हमले की दो अलग-अलग घटनाओं ने पुलिस विभाग और ऐसे असामाजिक तत्वों को नियंत्रित करने में नाकाम रहने पर सवाल खड़े किए हैं।शिवमोग्गा से पिछले दो दिनों में हमले की दो घटनाएं सामने आ चुकी हैं।पहली घटना में रविवार को सात से आठ लोगों के गिरोह ने कॉलेज की छात्रा और बजरंग दल के कार्यकर्ता हर्ष पर हमला कर दिया।

उसने छेड़खानी में शामिल कई लोगों को रोकने की कोशिश की, जिसके बाद कॉलेज से अपने घर लौटते समय उस पर हमला कर दिया।एक अन्य घटना में, बजरंग दल के एक अन्य कार्यकर्ता हर्ष के मित्र कंथराजू पर सोमवार शाम को हमला किया गया, जो अज्ञात व्यक्तियों के एक गिरोह के हमले के बाद मारे गए थे।कंथराजू ने दावा किया कि उन पर इसलिए हमला किया गया, क्योंकि वह मृतक बजरंग दल के कार्यकर्ता का दोस्त था।

हर्ष की हत्या के बाद आयोजित प्रदर्शनों में भी वह सबसे आगे था।अस्पताल में इलाज करा रहे कंथराजू ने कहा, उनका (गुमराह करने वालों का) इरादा मुझे मारने का था, लेकिन किसी तरह मैं बच निकला।स्थानीय लोगों ने शिकायत की है कि बजरंग दल कार्यकर्ता हर्षा की हत्या के बाद हिंदू समूह के कार्यकर्ताओं पर हमला करने वाले असामाजिक तत्वों को रोकने और कार्रवाई करने में पुलिस विफल रही है।

श्री राम सेना के संस्थापक प्रमोद मुतालिक ने कहा है कि असामाजिक तत्वों के खिलाफ कार्रवाई करने में सत्तारूढ़ भाजपा सरकार की अक्षमता के कारण शिवमोग्गा में हिंदू समूह के कार्यकर्ताओं पर हमले हो रहे हैं।उन्होंने कहा, ये घटनाएं बढ़ेंगी। राजनेता तब तक सोए रहेंगे, जब तक कि उनके बेटों पर कुल्हाड़ियों से हमला नहीं किया जाता, जैसे हिंदू समूह के कार्यकर्ताओं पर अभी हमला किया जा रहा है।

इस बीच, पुलिस ने कंथराजू पर हमले के सिलसिले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है और अन्य आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है।हिंदू समूह के कार्यकर्ता कह रहे हैं कि अगर राज्य पुलिस उपद्रवियों के खिलाफ कार्रवाई करने और उन पर हमलों को रोकने में विफल रहती है, तो इससे ना केवल शिवमोग्गा, बल्कि पूरे राज्य में एक बड़ा हंगामा होगा।

 

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ bhaskarhindi.com की टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.

Created On :   12 July 2022 2:00 PM GMT

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story