गोंडवाना विवि सभागृह के नामकरण को लेकर गरमाने लगी राजनीति

Politics started heating up regarding the naming of Gondwana University Auditorium
गोंडवाना विवि सभागृह के नामकरण को लेकर गरमाने लगी राजनीति
‘संघ’ के विचार थोपने का आरोप  गोंडवाना विवि सभागृह के नामकरण को लेकर गरमाने लगी राजनीति

 डिजिटल डेस्क, गड़चिरोली। गोंडवाना विश्व विद्यालय के नवनिर्मित सभागृह को संघ परिवार से जुड़े अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद(अभाविप) के संस्थापक स्व.दत्ताजी डिडोलकर का नामकरण करने के मुद्दे को लेकर अब राजनीति गरमाने लगी है।  बता दें कि हाल ही में विवि के सीनेट सदस्यों की बैठक में स्व.दत्ताजी डिडोलकर के नामकरण संबंधी प्रस्ताव पारित किया गया था। शुक्रवार को सर्वदलीय नेताओं ने इस नामकरण पर आपत्ति जताते हुए कुछ विशिष्ट वर्ग के लोगों द्वारा विवि में संघ के विचार थोपने का आरोप लगाया है। साथ ही नवनिर्मित सभागृह को गड़चिरोली और चंद्रपुर जिले के लिए उल्लेखनीय कार्य करने वाले महापुरुषों का नाम देने की मांग की है। इस संबंध में कै.बाबूरावजी मडावी स्मारक समिति द्वारा विवि के कुलपति डाॅ. प्रशांत बोकारे को ज्ञापन सौंपा।
 नवनिर्मित सभागृह को कै.बाबूरावजी नारायण मडावी नामकरण करने की मांग की है। इस संबंध में सर्वदलीय नेताओं ने यहां आयोजित पत्र परिषद में बताया कि, गोंडवाना विश्व विद्यालय से स्व. दत्ताजी डिडोलकर का कोई संबंध नहीं है। साथ ही गड़चिरोली और चंद्रपुर जिले के शैक्षणिक, सामाजिक और सांस्कृतिक क्षेत्र से भी उनका कोई संबंध नहीं था। उन्होंने अपने कार्यकाल में केवल संघ के विचारों का प्रचार किया था। इस कारण गोंडवाना विवि के सभागृह को उनका नाम देना नींदनीय हंै। गड़चिरोली जिले की मिट्टी में शहीद वीर बाबूराव शेडमाके, महारानी हीराई, विदर्भ के जबरानज्योत आंदेालन के प्रणेता नारायणसिंह उईके, गड़चिरोली जिले के निर्माण में अहम भूमिका अदा करने वाले दिवंगत बाबूरावजी मडावी, सामाजिक कार्यकर्ता स्व.सुखदेवबाबू उईके, शैक्षणिक क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वाले स्व.गो.ना. मुनघाटे, पृथक विदर्भ की लड़ाई में अपना योगदान देनेवाले स्व. विश्वेश्वरराव महाराज जैसे महापुरुषों ने अपने प्राणों की आहुति दी है। सीनेट सभा में पारित किया गया प्रस्ताव तत्काल रद्द करने, यह प्रस्ताव पेश करने वाले सीनेट सदस्य गुरुदास कामडी और इस प्रस्ताव को समर्थन देने वाले 22 सीनेट सदस्यों को सदस्यत्व तत्काल रद्द करने सहित अन्य मांगे की गई। इस समय पत्र परिषद में अखिल भारतीय रिपब्लिकन पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रोहिदास राऊत, हंसराज उंदिरवाडे, आदिवासी समाज सेविका साहित्यिक कुसुम आलाम, बहुजन रिपब्लिकन सोशालिस्ट पार्टी के प्रदेश सचिव डाॅ.कैलाश नगराले, प्रभारी राज बंसोड, अखिल भारतीय आदिवासी युवा विकास परिषद के विदर्भ कार्याध्यक्ष विनोद मडावी, मुनिश्वर बोरकर, गोंडवाना विवि के पूर्व सीनेट सदस्य एड्.गोविंद भेंडालकर, आदिवासी साहित्यिक उषाकिरण आत्राम, सत्यशोधक फाउंडेशन के प्रतीक डांगे, सोशल एज्युकेशन मूवमेंट के बादलशाह मडावी आदि उपस्थित थे। 
 

Created On :   21 Jan 2023 6:51 PM IST

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