उस जगह का हनुमान चालीसा पढ़कर शुद्धिकरण करें
डिजिटल डेस्क, अमरावती। ऐसे लोग जो राम और हनुमान को नहीं मानते हैं। मैं देशभर और महाराष्ट्र के लोगों से आग्रह करती हूं कि जहां भी महाविकास आघाड़ी की सभा हो, जहां भी उद्धव ठाकरे का भाषण हो ऐसी जगह को शुद्ध करने की जरूरत है। सबको उस जगह पर हनुमान चालीसा का पाइ पढ़कर शुद्धिकरण करने की आवश्यकता है। यह बात सांसद नवनीत राणा ने कही। वह गुरुवार 6 अप्रैल को बडनेरा रोड स्थित खंडेलवाल लॉन में हनुमान जन्मोत्सव के अवसर पर बोल रही थीं।
बालासाहब की 56 वर्ष की मेहनत पर फेर दिया पानी : उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र संतों की नगरी है। हनुमान चालीसा पढ़ना हमारा अधिकार है। एक साल पहले हनुमान चालीसा पढ़ने को लेकर मुंबई जाने पर शिवसेना के नेता संजय राऊत ने 30 फिट के गड्ढे में गाड़ने की धमकी दी। महाराष्ट्र में किसानों पर संकट और युवाओं के रोजगार के संकट को हरने के लिए मैंने तत्कालीन मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से चालीसा पढ़नेे का आग्रह किया। मैं मुंबई पहुंची लेकिन प्रधानमंत्री के कार्यक्रम के चलते मैं घर पर हनुमान चालीसा पढ़ रही थी और मेरे घर में 25 से 30 पुलिसकर्मी भेजकर उद्धव ठाकरे ने जबर्दस्ती गिरफ्तार करवाया। बालासाहब ठाकरे की 56 वर्ष की मेहनत पानी में मिला दी।
...तो 14 वर्ष भी जेल में रहने को तैयार थी : सांसद राणा ने कहा कि जेल में मैं रातभर खड़ी रही, मुझे सुबह कोर्ट में पता चला कि देशद्रोह का मुकदमा लगाया तो मैं भावुक हो गई। 14 दिन मैं जेल में रही और राम के नाम पर मैं और रवि राणा वनवास की तरह 14 साल भी रह सकते थे लेकिन देशद्रोह का मुकदमा नहीं सहनकर सकते थे। 14 दिन जेल में रखने के बाद कोर्ट की छुट्टी के नाम पर मुझे और एक माह जेल में रखने की तैयारी थी। मेरे बच्चे पूछ रहे थे कि आपने क्या गलती की, तभी सांसद राणा भावुक होकर रोने लगीं इस पर भीड़ से किसी ने जय श्रीराम का नारा लगाया। उस समय मैंने जेल में एक दिन में 101 बार हनुमान चालीसा का पाठ किया और तभी प्रण लिया था कि 111 फिट की हनुमानजी की मूर्ति बनवाएंगे।
जन्मदिन को लेकर भी लगा रहे आरोप
विधायक राणा ने कहा कुछ लोग सांसद नवनीत राणा के जन्मदिन को लेकर आरोप लगा रहे हैं। शादी के बाद 12 से हम तो 6 अप्रैल को ही मना रहे हैं और इसके पहले भी जन्मदिन मनाया जाता रहा है। हमें हनुमान चालीसा पढ़ने से रोका और अत्याचार किए इससे बजरंगवली ने जन्मोत्सव के दिन नवनीत राणा का जन्मदिन लाया। हनुमान चालीसा पढ़ने को लेकर मुझे जेल में रखा। उद्धव ठाकरे, संजय राऊत और अनिल परब 3-3 बार फोन करके मेरे बारे में पूछते थे और मुझे परेशानी देने के लिए दवाब बनाते थे। हत्या के आरोपियों को विशेष सुविधाएं दी जा रही थीं और मुझे परेशान किया जा रहा था। दिवाली के पहले किसानों के लिए 4-5 सौ के साथ जेल गया। 8 दिन रहा। दिवाली के दिन अन्न त्याग दिया। जब किसानों को मुआवजा मिला तब मेरा काम पूरा हुआ। बालासाहब ने महिलाओं को सम्मान किया लेकिन उद्धव ठाकरे ने हिंदुत्व को 10 जनपथ पर रख दिया।
Created On :   7 April 2023 5:40 PM IST