गृह मंत्री का शिवसेना को आश्वासन- मराठी को शास्त्रीय भाषा बनाने संस्कृति मंत्रालय से करेंगे बात

Rajnath Singh assured Shiv Sena to give Marathi as status of classical language
गृह मंत्री का शिवसेना को आश्वासन- मराठी को शास्त्रीय भाषा बनाने संस्कृति मंत्रालय से करेंगे बात
गृह मंत्री का शिवसेना को आश्वासन- मराठी को शास्त्रीय भाषा बनाने संस्कृति मंत्रालय से करेंगे बात

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पिछले तीन दिनों से शिवसेना के लोकसभा में हंगामे की पृष्ठभूमि में गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा केंद्र सरकार मराठी को शास्त्रीय भाषा का दर्जा दिये जाने की मांग को लेकर संस्कृति मंत्रालय से विचार करेगी। केंन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने शिवसेना को आश्वासन दिया है कि मराठी भाषा को शास्त्रीय (अभिजात) भाषा का दर्जा देने के संबंध में वह संस्कृति मंत्रालय से बात करेंगे। उन्होंने उम्मीद जताई कि संस्कृति मंत्रालय इस मांग पर सकारात्मक रूप से विचार करेगा। उन्होंने कहा कि इस मांग का गृह मंत्रालय से कोई संबंध नहीं है। गृह मंत्री ने यह आश्वासन बुधवार को लोकसभा में उग्र दिख रहे शिवसेना सांसदों को दिया। बजट सत्र के दूसरे चरण के तीसरे दिन की कार्यवाही आरंभ होने पर शिवसेना के सदस्यों ने अपनी इस मांग को लेकर नारेबाजी की और अध्यक्ष के आसन के समीप पहुंच गए।

इसके पहले शिवसेना के सांसदों ने मराठी भाषा को शास्त्रीय भाषा का दर्जा देने की मांग को लेकर आज भी संसद परिसर में धरना दिया। सदन की कार्यवाही एक बार के स्थगन के बाद जब दोपहर 12 बजे फिर आरंभ हुई तो लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने शिवसेना सदस्य आनंद राव अडसुल को अपनी बात रखने का मौका दिया। शिवसेना के सांसद आनंदराव अडसूल ने यह मसला लोकसभा में उठाते हुए कहा कि उनकी पार्टी पिछले 15 साल से इसके लिए संघर्ष कर रही है। उन्होने कहा कि संस्कृत, तमिल, तेलुगू, कन्नड़, मलयालम और उड़िया भाषा को तो शास्त्रीय भाषा का दर्जा प्राप्त है, लेकिन सभी मापदंड पूरा करने के बावजूद मराठी को यह दर्जा अब तक नहीं मिला है। अडसूल ने कहा कि मराठी को शास्त्रीय भाषा का दर्जा दिया तो दूसरी भाषाओं को भी इस सूचि में लाना पड़ेगा, इस डर से मराठी भाषा के साथ अन्याय ठीक नहीं है। उन्होंने कहा कि यदि दूसरी भाषाएं भी शास्त्रीय भाषा का दर्जा पाने की पात्रता रखती हैं तो उन्हें भी यह दर्जा मिलना चाहिए।

Created On :   8 March 2018 12:32 AM IST

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