- Home
- /
- आंदोलनकर्ताओं को जबरन हिरासत में...
आंदोलनकर्ताओं को जबरन हिरासत में लिया, महिलाओं से हाथापाई की नौबत, फाड़ डाले कपड़े

डिजिटल डेस्क, नागपुर। विदर्भ राज्य की मांग को लेकर ठिया आंदोलन पर बैठे विदर्भ राज्य आंदोलन समिति के नेता वामनराव चटप, राम नेवले सहित अन्य पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं को पुलिस ने जबरन हिरासत में लिया। पुलिस की इस कार्रवाई का आंदोलनकारियों ने जोरदार विरोध करते हुए नारेबाजी की। कुछ समय के लिए इतवारी, शहीद चौक में तनाव बना रहा। आंदोलनकारियों ने पुलिस पर आंदोलन स्थल शहीद चौक स्थित विदर्भ चंडिका मंदिर में रखे प्रदर्शनकारियों के सामान को बाहर फेंकने के बाद मंदिर को सील करने का आरोप लगाया है।
पुलिस ने लिया हिरासत में
विदर्भ राज्य आंदोलन समिति ने स्वतंत्र विदर्भ राज्य की मांग, कोरोनाकाल में आए बिजली बिल से मुक्ति देने और पेट्रोल, डीजल और गैस के बढ़े दाम कम करने की मांग को लेकर सोमवार, अगस्त क्रांति दिवस पर विदर्भ चंडिका मंदिर शहीद चौक पर अनिश्चितकाल के लिए धरना-आंदोलन शुरू किया था। मंगलवार को इस आंदोलन का दूसरा दिन था। धरना स्थल पर सुबह 9 बजे से कार्यकर्ताओं की भीड़ जुटनी शुरू हो गई थी। उसी समय दंगा नियंत्रण पुलिस टीम की एक वैन ने आकर धरना स्थल को घेर लिया। उस समय विदर्भ राज्य आंदोलन समिति के नेता पूर्व विधायक वामनराव चटप आंदोलन की जगह पर मौजूद थे। पुलिस ने पहले उन्हें हिरासत में ले लिया और उन्हें तहसील थाने ले गई।
सामान तहस-नहस कर दिया
विदर्भ राज्य आंदोलन समिति के नेता राम नेवले, महिला मोर्चा की अध्यक्ष रंजना मामर्डे, युवा आघाड़ी प्रमुख मुकेश मासूरकर और अन्य कार्यकर्ता भी आंदोलन के निर्धारित समय पर विदर्भ चंडिका मंदिर क्षेत्र में पहुंच गए। उन्होंने वहां धरना शुरू कर दिया। नतीजतन, पुलिस नाराज हो गई और विरोध स्थल पर लगे बैनरों को फाड़ दिया और प्रदर्शनकारियों का सामान तहस-नहस कर दिया। मुकेश मासूरकर और अन्य प्रदर्शनकारियों को एक पुलिस वैन में तहसील थाने ले जाया गया। आंदोलनकारियों में सुनील वडस्कर, रेखा निमजे, सुनीता येरणे, प्रशांत जयकुमार, वृषभ वानखेडे, ज्योति खांडेकर, गणेश शर्मा, उषा लांबट, शैलेश धर्माधिकारी, सुदाम राठोड़ सहित बड़ी संख्या में लोग शामिल थे।
महिला कार्यकर्ताओं के साथ अन्याय
आंदोलन स्थल पर पुलिस ने सैकड़ों प्रदर्शनकारियों को जबरन हिरासत में ले लिया। आंदोलनकारियों ने आरोप लगाया कि उषा लांबट के हाथ-पैर में चोटें आईं। महिला मोर्चा की अध्यक्ष रंजना मामर्डे से हुई हाथापाई के दौरान उनके कपड़े भी फाड़ दिए गए।
आरोप बेबुनियाद
समझाने के बाद भी प्रदर्शनकारी बार-बार रास्ता जाम कर रहे थे। इस कारण प्रदर्शनकारी मुकेश मासूरकर,नरेश पराते व अन्य के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया है। प्रकरण दर्ज करने के कारण ही महिला प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर कपड़े फाड़ने का बेबुनियाद आरोप लगाया है। -जयेश भांडारकर, वरिष्ठ निरीक्षक तहसील थाना, नागपुर शहर पुलिस
Created On :   11 Aug 2021 11:39 AM IST