कृषि महाविद्यालय की रोपवाटिका में बाघिन ने सात घंटे डाले रखा डेरा

The tigress camped for seven hours in the rope garden of Agriculture College
कृषि महाविद्यालय की रोपवाटिका में बाघिन ने सात घंटे डाले रखा डेरा
गड़चिरोली कृषि महाविद्यालय की रोपवाटिका में बाघिन ने सात घंटे डाले रखा डेरा

डिजिटल डेस्क, गड़चिरोली।  बाघों के लिए संवेदनशील समझे जाने वाले चंद्रपुर जिले के बाद अब गड़चिरोली में भी बाघों की संख्या बढ़ने लगी है। सोमवार की सुबह 10 बजे के दौरान रास्ता भटककर एक बाघिन ने सीधे जिला मुख्यालय स्थित कृषि महाविद्यालय की रोपवाटिका में प्रवेश कर लिया। राष्ट्रीय महामार्ग के कुछ लोगों को बाघिन दिखायी देते ही परिसर में अफरातफरी मच गयी। करीब 7 घंटे तक रोपवाटिका परिसर में अपना डेरा बनाने वाली बाघिन को रेस्क्यू करने दोपहर ढाई  बजे के दौरान ताड़ोबा की शार्प शूटर्स की टीम पहुंची। इस टीम ने वनविभाग के कर्मचारियों के साथ मिलकर करीब ढाई घंटे तक रेस्क्यू अभियान चलाया और शाम 5 बजे के दौरान बाघिन को बेहोश कर पिंजरे में कैद किया। इस बीच बाघिन को देखने के लिए लोगों की भीड़ बढ़ने से शहर पुलिस ने सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त भी कर रखे थे, जिस परिसर में बाघिन ने डेरा डाल रखा था, वह परिसर सरकारी कार्यालयों और सरकारी निवासस्थानों का होने से दिनभर परिसर में दहशतपूर्ण माहाैल बना हुआ था। 

बता दें कि, गड़चिरोली वनविभाग के तहत आने वाले गड़चिरोली, चातगांव और कुनघाड़ा वनपरिक्षेत्र में पिछले कुछ दिनों से बाघों की संख्या काफी बढ़ गयी है। इसी बीच सोमवार की सुबह 10 बजे के दौरान एक बाघिन ने रास्ता भटककर जिला मुख्यालय में प्रवेश कर लिया। गड़चिरोली-चंद्रपुर महामार्ग के कृषि महाविद्यालय परिसर में बनायी गयी रोपवाटिका में काफी मात्रा में झाड़ियां होने के कारण बाघिन ने इसी क्षेत्र में अपना डेरा जमा लिया। इस बीच कुछ राहगीरों ने बाघिन को रोपवाटिका में प्रवेश करते देखा। जैसे ही इस बात  की सूचना वनविभाग को मिली, विभाग के उपवनसंरक्षक मिलिश दत्त शर्मा, सहायक वनसंरक्षक सोनल भड़के  और उनकी घटनास्थल पर पहुंचे। रोपवाटिका में बाघिन होने के कारण मुख्य मार्ग पर लोगों की काफी भीड़ भी इकट्ठा हो गयी। शहर पुलिस की टीम ने तत्काल पहुंचकर भीड़ को नियंत्रित कर परिसर को खाली कराया। इस दौरान परिसर के शासकीय विश्रामभवन की मुख्य सड़क को ब्लाॅक भी कर दिया गया। दोपहर करीब ढाई बजे के दौरान ताड़ोबा की शार्प शूटर्स की टीम गड़चिरोली में दाखिल हुई, जिसके बाद रेस्क्यू अभियान आरंभ किया गया। टीम के अधिकारियों ने करीब ढाई घंटे तक रेस्क्यू अभियान चलाकर ट्रैक्युलाइज कर बाघिन को पिंजरे में कैद किया। जैसे ही बाघिन पिंजरे में कैद हुई सभी लोगों और वनविभाग की टीम ने राहत की सास ली। वर्तमान में बाघिन को वनविभाग के खसरा डिपो में रखा गया है। जानकारी के मुताबिक बाघिन को नागपुर के गोरेवाड़ा रवाना किया जाएगा।  

Created On :   21 March 2023 2:55 PM IST

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