बिहार में विपक्ष की बैठक से पहले ईडी और आईटी के पटना में छापे
- बिहार में विपक्ष
- मोदी सरकार के खिलाफ एकजुटता
- एकता से विरोध
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। बिहार की राजधानी पटना इन दिनों दो चर्चाओं को खूब चर्चित होने लगी है। पटना में शुक्रवार 23 जून को विपक्षी एकता को एकजुट करने और बढ़ाने के लिए बैठक होने जा रही है। लेकिन बैठक से पहले पटना में दूबिहारसरी चर्चा होने लगी है। आपको बता दें विपक्षी बैठक के नेताओं से पहले वहां ईडी इन और इनकम टैक्स की टीम पहुंच गई है। दोनों जांच टीमों ने अलग अलग छापेमार कार्रवाई की है। जांच एजेंसियों ने बेगूसराय में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खास मित्र मंत्री और पूर्व विधानसभा अध्यक्ष विजय चौधरी के साले अजय सिंह के यहां रेड मारी है। जांच एजेंसियों ने सुबह ही अजय के यहां छापे का धावा बोल दिया था। आपको बता दें अजय सिंह उर्फ कारू सिंह उद्योगपति हैं। उनकी अपनी लोहे की फैक्ट्री है और ठेकेदार भी हैं। ईडी और आईटी की छापेमारी के इस्तेमाल को लेकर विपक्ष पहले से ही केंद्र सरकार पर निशाना साध रहा है। विपक्ष की एकजुट बैठक के एक दिन पहले से पड़ी रेड से विपक्षी दलों के और अधिक मुखर होने की संभावना है।
आपको बता दें बिहार के पटना में 23 जून को आयोजित विपक्ष की बैठक में हिस्सा लेने के लिए पीडीपी चीफ महबूबा मुफ्ती पटना पहुंची है।
23 जून को होने वाली विपक्षी दलों की बैठक पर भाजपा सांसद और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने मीडिया से कहा कि लोकसभा में जिस पार्टी का एक भी सीट नहीं है, वह पार्टी 303 सीटों वाली पार्टी बीजेपी को चुनौती दे रही है। लोकतंत्र को बचाने के लिए नहीं परिवार को बचाने के लिए ये सम्मेलन हो रहा है। बिहार 40 में से 40 लोकसभा सीट PM मोदी को ही देगा।
बिहार में विपक्ष की बैठक पर उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने लखनऊ में विपक्षी एकजुटता पर निशाना साधते हुए कहा यह जमावड़ा पूरी तरह से फ्लॉप शो साबित होगा। लगातार सत्ता के लिए ये लोग कवायद करते रहते हैं। भाजपा देश के लिए काम कर रही है। ये लोग(विपक्ष) कुर्सी के लिए काम रहे हैं, ये औंधे मुंह गिरेंगे।
बीजेपी के पीए मोदी के डर से विपक्ष एक हो रहा है' वाले बयान पर बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने पटना में मीडिया से कहा कि कोई डर नहीं है। किस बात का डर? अलग-अलग क्यों लड़ना जब हमारे मुद्दे एक हैं। हम सब समान विचारधारा वाली पार्टियां हैं। हम अपने वोट का बिखराव क्यों करें। कोई मोदी पर बात नहीं कर रहा, मुद्दे की बात होगी,प्रशासनिक, समाजिक और राजनीतिक मामलों में विपक्ष में कई नेता हैं जो पीएम मोदी से ज्यादा अनुभवी हैं। विपक्ष में कोई ऐसा नेता नहीं है जो मीडिया द्वारा निर्मित हो, विपक्ष में ऐसे नेता हैं जो जनता के बीच जाते हैं।
Created On :   22 Jun 2023 2:12 PM IST