खतरा: कोरोना के दुनिया भर में घातक केपी. 2 वैरिएंट के पांच मरीज अमरावती में

कोरोना के दुनिया भर में घातक केपी. 2 वैरिएंट के पांच मरीज अमरावती में
  • मार्च में विद्यापीठ की लैब में जांच के लिए भेजे थे 102 सैंपल
  • पुणे से रिपोर्ट अमरावती विद्यापीठ की लैब को प्राप्त हुई
  • अभी भी मंडरा रहा खतरा

डिजिटल अमरावती । कोरोना का खतरा अभी तक टला नहीं है। आज भी संत गाडगेबाबा अमरावती विद्यापीठ की लैब में जांच के लिए कोरोना के संदिग्ध मरीजों के 40 से 50 सैंपल आ रहे हंै। इसमें कोरोना के नए वैरिएंट का पता लगाने पॉजिटिव मरीजों के सैंपल विद्यापीठ की ओर से पुणे की लैब में भेजे जाते हैं। मार्च माह में अमरावती विद्यापीठ की लैब ने ऐसे 102 मरीजों के सैंपल जांच के लिए पुणे भेजे थे। पुणे से जो रिपोर्ट अमरावती विद्यापीठ की लैब को प्राप्त हुई उसके अनुसार मार्च माह में कोरोना के दुनिया भर में घातक साबित हुए केपी.2 वैरिएंट के पांच मरीज अमरावती में पाए गए है। दुनिया भर में कोरोना के इस नए वैरिएंट के 116 मरीज होने की जानकारी संगाबा विद्यापीठ की लैब के प्रमुख डॉ. प्रशांत ठाकरे ने दी है।

डॉ. प्रशांत ठाकरे के अनुसार ब्रेन डेथ अथवा किडनी ट्रांसप्लांट की शल्यक्रिया से पहले ऐसे मरीजों की कोराेना जांच आज भी की जाती है। मार्च माह में लगभग 102 कोरोना के पॉजिटिव मरीज पाए गए थे। लेकिन उनमें कोरोना के जो वैरिएंट है उसका पता लगाने के लिए यह सैम्पल्स पुणे की लैब में जांच के लिए भेजे गए। जिसमें जेएन.1 के 26, जेएन 1.1 के 26, जेएन. 1.16 का एक, जेएन.1. 18 के 9, बीए.2 के 8, जेएन 1.11 के 5, बीए. 3 का एक, जेएन.1.11.1 के 20 और कोरोना के सबसे घातक माने जाते केपी.2 के पांच मरीज मार्च माह में अमरावती जिले में पाए गए थे। इन सभी मरीजों काे फिलहाल अस्पताल से छुट्‌टी दी गई है।

मरीज पर नजर रखने के डब्ल्यूएचओ के निर्देश : संगाबा अमरावती विद्यापीठ की लैब के समन्वयक डॉ. प्रशांत ठाकरे ने बताया कि दुनिया भर में केपी.2 के मरीजों की कुल संख्या 116 है अौर डब्ल्यूएचओ (वर्ल्ड हेल्थ आर्गेनाईज़ेशन) ने ऐसे मरीजों पर नजर रखने के निर्देश दिए है। वर्तमान में अमरावती में पाए गए इन पांच मरीजों को अस्पताल से छुट्‌टी दी गई है। किंतु उसमें अमरावती मनपा क्षेत्र के जो मरीज होंगे उन पर मनपा का स्वास्थ्य विभाग नजर रखेगा और जो मरीज जिले के ग्रामीण क्षेत्र के हैं , उन पर जिला परिषद के स्वास्थ्य विभाग द्वारा नजर रखी जाएगी।


Created On :   17 April 2024 10:43 AM GMT

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