दिल्ली शराब नीति घोटाला मामला: अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी पर इस वजह से जर्मनी ने की थी टिप्पणी, भारत से मिला करारा जवाब

अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी पर इस वजह से जर्मनी ने की थी टिप्पणी, भारत से मिला करारा जवाब
  • केजरीवाल की गिरफ्तारी पर जर्मनी ने दी प्रतिक्रिया
  • कहा - केजरीवाल के केस में भी लोकतंत्र के उसूलों का पालन किया जाएगा
  • भारत ने दर्ज कराया विरोध

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। दिल्ली शराब नीति घोटाला मामले में सीएम अरविंद केजरीवाल ईडी की गिरफ्त में हैं। उनकी गिरफ्तारी पर अब दूसरे देशों के रिएक्शन भी सामने आने शुरू हो गए हैं। पहली प्रतिक्रिया जर्मनी की ओर से आई। जर्मनी के विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा था कि हमने इस मामले को नोटिस में लिया है। दिल्ली सीएम को निष्पक्ष और सही ट्रायल मिलना चाहिए।

भारत ने जताई आपत्ति

जर्मनी की तरफ से आए इस बयान पर भारत के विदेश मंत्रालय ने आपत्ति जताई है। भारत के आंतरिक मामलों में टिप्पणी का हवाला देते हुए भारत के आंतरिक मामलों में टिप्पणी का हवाला देते हुए विदेश मंत्रालय ने 23 मार्च को जर्मनी के दूतावास के उपप्रमुख को तलब किया। न्यूज एजेंसी एएनआई की खबर के अनुसार भारत विदेश मंत्रालय ने उनसे कहा कि वह आतंरिक मामलों में दखलंदाजी न करे।

इस मामले को लेकर भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने बयान जारी कर कहा, "आज नई दिल्ली में जर्मन मिशन के उप प्रमुख को बुलाकर हमारे आंतरिक मामलों पर उनके विदेश मंत्रालय की ओर से की गई टिप्पणियों पर भारत के कड़े विरोध से अवगत कराया गया है। हम ऐसी टिप्पणियों को हमारी न्यायिक प्रक्रिया में हस्तक्षेप और न्यायपालिका की स्वतंत्रता को कमजोर करने के रूप में देखते हैं। भारत कानून के शासन वाला एक जीवंत और मजबूत लोकतंत्र है। जिस तरह भारत और अन्य लोकतांत्रिक देशों में कानून अपना काम करता है, इस मामले में भी कानून अपना काम करेगा। इस मामले में पक्षपातपूर्ण धारणाएं बनाना अनुचित है।"

क्या कहा था जर्मनी ने?

दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी पर जर्मनी के विदेश मंत्रालय ने कहा था कि भारत एक लोकतांत्रिक देश है। हमें उम्मीद है कि यहां न्यायालय आजाद है। केजरीवाल के केस में भी लोकतंत्र के उसूलों का पालन किया जाएगा। उन्हें बिना रुकावट कानूनी मदद मिलेगी।

इसके साथ जर्मन विदेश मंत्रालय ने ये भी कहा था कि जब तक दोष साबित न हो जाए तब तक किसी भी शख्स का निर्दोष मानने के कानूनी सिद्धांत का पालन होता है। केजरीवाल पर भी यह सिद्धांत लागू किया जाए।

Created On :   23 March 2024 11:48 AM GMT

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