52 साल की होने के बाद नहीं मानी उम्र से हार, पहली महिला ड्राइवर बनीं

52 साल की होने के बाद नहीं मानी उम्र से हार, पहली महिला ड्राइवर बनीं

Bhaskar Hindi
Update: 2017-07-27 08:58 GMT
52 साल की होने के बाद नहीं मानी उम्र से हार, पहली महिला ड्राइवर बनीं

डिजिटल डेस्क,नई दिल्ली। कहते हैं कि बढ़ती उम्र के साथ हौंसले और जज़्बे में कमी आ जाती है और इतनी उम्र हो जाने के बाद सिर्फ घर पर ही बैठने का मन करता है। लेकिन पंजाब की रहने वाली 52 साल की परमजीत कौर को उनकी उम्र हरा न सकीं और वो देश की पहली उबर बाइक महिला ड्राइवर बन गई हैं। परमजीत 3 बच्चों की मां होने के साथ 3 साल की बच्ची की दादी भी हैं।

पंजाब के मोहाली में टैक्सी सर्विस उबर ने अपनी बाइक सर्विस भी शुरु की है। रिपोर्ट्स के मुताबिक परमजीत का कहना है कि जब उन्हें कंपनी की तरफ से मैसेज आया कि कंपनी पंजाब में अपनी बाइक सर्विस शुरु करने जा रही है, जिसके बाद पहले तो उन्हें झिझक हुई लेकिन बाद में उन्होंने बाइक ड्राइवर बनने के प्रपोज़ल को एक्सेप्ट कर लिया।

मजबूरी नहीं शौक के चलते बनी हैं ड्राइवर
परमजीत कौर को इस उम्र में बाइक चलाते देख लोगों को लग रहा है कि वो ये सब सिर्फ मजबूरी की वजह से कर रही हैं, लेकिन ऐसा नहीं है। परमजीत का कहना है कि उनके बच्चों ने उन्हें इस उम्र में ऐसे मेहनत करने वाले काम नहीं करना चाहिए। लेकिन मैं इस से खुश हूं। उनका कहना है कि फैमिली इनकम में हेल्प करने का ये बढ़िया तरीका है। परमजीत पिछले 10 सालों से स्कूटर बाइक चला रहीं हैं और उबर की तरफ से उन्हें घंटे के आधार पर पैसे दिए जाएंगे।

काफी संघर्ष भरी जिंदगी थी परमजीत की
परमजीत के पति की मौत तीनों बच्चों के होने के कुछ समय बाद ही हो गई थी। जिसके बाद उन्होंने ही अपने तीनों बच्चों को पढ़ा-लिखाकर बड़ा किया। उनके बड़े बेटे की 3 साल की एक बेटी है और उनकी बेटी की शिमला में शादी हुई है, जो अभी प्रेग्नेंट है। उनका तीसरा और सबसे छोटा लड़का अभी पढ़ाई कर रहा है।

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