भारत का ऐसा गांव जहां कोई भी इंसान नहीं करता धूम्रपान

भारत का ऐसा गांव जहां कोई भी इंसान नहीं करता धूम्रपान

Bhaskar Hindi
Update: 2019-03-09 10:06 GMT
भारत का ऐसा गांव जहां कोई भी इंसान नहीं करता धूम्रपान

डिजिटल डेस्क, टीकला। आज के समय में अगर आप से कोई कहे कि भारत में एक जगह ऐसी भी है जहां एक भी बंदा धूम्रपान नहीं करता है तो क्या आप यकीन करेंगे? जहां सकार धूम्रपान को बंद करने के लिए कई सारे नियम लागू करती है, फिर भी आपको कहीं न कहीं कोई न कोई सिगरेट-बीड़ी बेचने-खरीदने वाला मिल ही जाता है, लेकिन भारत में एक गांव ऐसा भी है जहां क्या बूढ़े और क्या जवान, कोई भी धूम्रपान नहीं करता। यहां हर कोई सिगरेट-बीड़ी, पान मसाला से दूर रहता है।

दरअसल, हरियाणा के अंतिम छोर पर बसा राजस्थान से सटा छोटा सा गांव टीकला। आबादी मात्र 1500 लोग। गांव भले ही छोटा सा हो लेकिन यहां दशकों से चली आ रही एक परंपरा इसे ऐतिहासिक बनाते हुए बड़ा संदेश दे रही है। जहां कोई भी धूम्रपान नहीं करता, यही नहीं अगर गांव में कोई रिश्तेदार आता है तो उसे भी पहले बीड़ी-सिगरेट का सेवन न करने को कह दिया जाता है। यहां तक कि जब कोई अंजान व्यक्ति भी यदि गांव में आता है तो गांव वालों का उससे पहला सवाल याही होता है कि जेब में बीड़ी- सिगरेट या पान मसाला तो नहीं है। इसके बाद ही उससे आगे की बातचीत की जाती है। 

इस छोटे से गांव को हरियाणा ही नहीं बल्कि राजस्थान के भी कुछ गांव आदर्श मानते हैं। बता दें कि टीकला गांव में धूम्रपान न करने की परंपरा आज की नहीं बल्कि कई दशकों पुरानी है और यही कारण है कि आज भारत के कोने- कोने में इस गांव को पहचाना जाता है। 

जैसा कि हरियाणा अपने हुक्का समाज और पंचयाती तौर-तरीकों के लिए जाना जाता है। यहां के बाकी गांवों में जहां हुक्का की परंपरा है वहीं टीकला गांव भी जाट बाहुल्य है, लेकिन यहां पर तंबाकू का पूरी तरह निषेध होना अपने आप में एक बड़ी बात मानी जाती है। अब अन्य गांवों को भी तंबाकू का उपयोग न करने के लिए जागरूक किया जा रहा है। 

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