सांड का खून पीने के बाद ही होती है इनकी शादी

सांड का खून पीने के बाद ही होती है इनकी शादी

Bhaskar Hindi
Update: 2017-08-28 06:30 GMT
सांड का खून पीने के बाद ही होती है इनकी शादी

डिजिटल डेस्क, नैरोबी। आदिवासियों की परंपराएं हमेशा ही अजब-गजब होती हैं, लेकिन सच्चाई जानकर कोई भी इनसे डर सकता है। आज हम आपको ऐसी ही एक परंपरा के बारे में बताते हैं जिसे सुनकर ही आपकी रूह कांप जाएगी। केन्या के रिफ्ट वैली के युवकों को खुद को साबित करने के लिए एक अजीब परंपरा से दो चार होना पड़ता है। जिसके मुताबिक लड़कों को खुद को साबित करने के लिए जंगली सांड़ों को क्रूरता से मारने के बाद उनका खून पीना पड़ता है।   

पूरा करना अनिवार्य 

यह परंपरा रिफ्ट वैली के पोकोट समुदाय के लोग मानते हैंए इस परंपरा को सपाना कहते हैं। 18 से 20 साल की उम्र के युवक इस परंपरा को अनिवार्य रूप से पूरा करते हैं। इनकी मान्यता है कि जो भी इसे पूरा नहीं कर पाता, वह अच्छा जीवनसाथी नहीं बन सकता। उसे मर्दों की श्रेणी में भी शामिल नहीं किया जाता। इसलिए इस समुदाय के सभी युवक मर्द बनने के लिए इसे पूर्ण करते हैं। 

शरीर पर लगाते हैं मांस

परंपरा के मुताबिक युवक अपनी जवानी साबित करने के लिए पहले सांड़ों को घेरकर अकेले ही मारते हैं फिर इसका खून पी जाते हैं। इसके बाद मरे हुए संाड के शरीर से निकला मांस अपने शरीर पर पोतते हैं। इस परंपरा के बाद ही उसे मर्द माना जाता है। जिसके बाद उसकी शादी कर दी जाती है। 

Similar News