इस आम की मिठास के चलते जारी हुए थे डाक टिकिट, महक ऐसी की आंख बंद कर पहचान जाएंगे आप, राजा महाराजाओं की रहा है पहली पसंद

अजब -गजब इस आम की मिठास के चलते जारी हुए थे डाक टिकिट, महक ऐसी की आंख बंद कर पहचान जाएंगे आप, राजा महाराजाओं की रहा है पहली पसंद

Ankita Rai
Update: 2022-05-17 06:30 GMT
इस आम की मिठास के चलते जारी हुए थे डाक टिकिट, महक ऐसी की आंख बंद कर पहचान जाएंगे आप, राजा महाराजाओं की रहा है पहली पसंद

डिजिटल डेस्क, भोपाल। हम सभी लोग जानते हैं की गर्मियों के समय में आम सब को पसंद होता है, हालांकि अप्रैल से लेकर के जुलाई तक आम का ही सीजन रहता है। लोगों को इस महीने में आम बहुत पसंद होता है। लोग एक दूसरे के घर, अपने रिश्तेदारो को इस सीजन में आम भेजते हैं। हालांकि भारत एक ऐसा देश है जहां कई प्रकार के आम पाये जाते हैं। मध्य प्रदेश के रीवा जिले की पहचान कहे जाने वाले आम का स्वाद न सिर्फ देश बल्कि विदेशों में भी खुब लोकप्रिय है।

यह आम इतना लोकप्रिय है की सन् 1968 में इसके नाम से डाक टिकट भी जारी किया गया था। इस आम की एक नहीं अनेकों खासियत हैं, सबसे पहले यह दूसरे आम से कहीं अधिक स्वादिष्ट होता है, और इस आम को डायबिटीज के मरीज भी खा सकते हैं। इस सुंदरजा आम में सेंट जैसी खुशबू होती है, और जिस तरह का इसका नाम है यह देखने में भी उसी तरह सुन्दर दिखाई देता है। आम में मिठास तो इतनी है कि इसे आंख मूंद कर भी पहचाना जा सकता है। जिसके चलते सभी लोग फलों के राजा सुन्दरजा आम को पंसद करते है। यह आम अपनी खुशबू से पहचाना जाता है। 

मध्य प्रदेश में पाई जाने वाली लगभग 213 प्रजातियां में सबसे प्रमुख सुंदरजा है। यह मुख्यतः रीवा की देन है जो अब पूरे देश की में में पाया जात है। देश के महानगरों जैसे दिल्ली, मुम्बई, चेन्नई, कोलकत्ता और विदेशों में जैसे पाकिस्तान, इंग्लैण्ड और अमेरिका सहित अरब देशों में सुंदरजा अपनी खासियता के चलते आम प्रेमियों के बीच लोकप्रिय है।

सुन्दरजा आम के नाम पर डाक टिकट हुआ था जारी

साल 1968 में सुन्दरजा आम के नाम पर डाक टिकट जारी किया गया था। इस आम में कई तरह के विशेषताऐं है, इसलिए इस आम को सबसे बढ़िया माना जाता है। डायबटीज के मरीज भी इस आम का स्वाद ले सकते हैं और कई दिनों तक इस आम को रखा भी जा सकता है। 

सुन्दरजा के एक आम का वजन 200 ग्राम

सुन्दरजा आम की इतनी खासियत और लोकप्रियता है कि बाजार में यह थोड़े महंगे दामों में बिकता है आपको बता दें कि सुन्दरजा के एक छोटे से पेड़ में 100 से 125 किलो की पैदावार होती है और एक आम का वजन सगभग 200 ग्राम होता है। सुन्दरजा आम राजा महाराजाओं की पसंद में शामिल था जिसकी मांग अब विदेशों तक में है। रीवा जिले के कुठीलिया अनुसंधान केंद्र और गोविंदगढ़ में सुंदरजा के काफी पौधे मौजूद हैं। कहा जा रहा है कि इस बार मौसम की मार के चलते फल कम हो रहे हैं, इसलिए आम प्रेमियों को आम का लुत्फ उठाने के लिए इसे बाजार से महंगे दामों पर खरीदना पड़ सकता है।


 

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