करिश्माई पेड़, इसके फल खाने से होती है संतान

करिश्माई पेड़, इसके फल खाने से होती है संतान

Bhaskar Hindi
Update: 2017-11-23 02:01 GMT
करिश्माई पेड़, इसके फल खाने से होती है संतान

डिजिटल डेस्क, अजमेर। दुनिया चमत्कारों से भरी पड़ी है। भारत देश में एेसे चमत्कार जगह जगह देखने मिल जाते हैं जो अपने आप में आश्चर्य तो होते ही है दूसराें को भी हैरानी में डाल देते हैं। आपने ऐसे मंदिर के बारे में तो पढ़ा ही होगा, जहां फर्श पर लेटने से महिलाएं गर्भवती हो जाती हैं, लेकिन यहां आपको ऐसे पेड़ के बारे में बता रहे हैं जहां लोग औलाद की मुराद लेकर पहुंचते हैं और उनकी इच्छा पूरी होती है। ये पेड़ अजमेर में स्थित है जो सुप्रसिद्ध दरगाह के लिए प्रसिद्ध है। 

 

किन्नरों की विशेष आस्था

ख्वाजा के इस शहर में यह चमत्कारी पेड़ मीरां सैयद हुसैन ख‌िंगसवार की दरगाह पर मौजूद है।  कहा जाता है कि इस पेड़ के फल खाने से बेऔलाद को औलाद जरूर प्राप्त होती है। यह स्थान किन्नरों की विशेष आस्था का केंद्र है। हर साल किन्नर उर्स पर यहां बड़ी संख्या में एकत्रित होते हैं। इस स्थान पर पूरी दुनिया से लोग आते हैं। 

 

मुराद पूरी हुई

ऐसा बताया जाता है कि अकबर भी नंगे पैर ख्वाजा के दरबार में औलाद की कामना से आया था। उसने कष्ट सहते हुए अजमेर शरीफ की यात्रा की थी। जिसके बाद उसकी  मुराद पूरी हुई। 

 

किन्नर ने इस पेड़ का फल खा लिया

यहां हर साल लाखों लोग आते हैं। इस करिश्माई पेड़ को लाल बूंदी का पेड़ कहा जाता है। जहां मन्नत का धागा भी बांधा जाता है। इसके बारे में बताया जाता है कि एक बार एक किन्नर ने इस पेड़ का फल खा लिया था। जिसके बाद वह गर्भवती हुआ और उसने एक लड़के को जन्म दिया। तभी से किन्नर यहां आते हैं। यह पेड़ दूर-दूर तक प्रसिद्ध है। जिसकी वजह से संतान की चाहत रखने वाली दंपत्तियां यहां हर साल बड़ी संख्या में आती हैं। बताया जाता है अब तक अनेक लोगों की मुराद यहां पूरी हुई है।

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