170 साल से वीरान, इस गांव में एक्सपर्ट्स ने भी सुनी भूतों की आवाजें

170 साल से वीरान, इस गांव में एक्सपर्ट्स ने भी सुनी भूतों की आवाजें

Bhaskar Hindi
Update: 2017-12-06 05:35 GMT
170 साल से वीरान, इस गांव में एक्सपर्ट्स ने भी सुनी भूतों की आवाजें

डिजिटल डेस्क, कुलधरा। दुनिया में भूत होते भी हैं या नही, कौन जाने सच्चाई क्या है, लेकिन जब-तब इसके इतने नमूने देखने मिलते रहते हैं कि इसकी सच्चाई को नकारा भी नही जा सकता। आज आपको एक ऐसे ही गांव के बारे में बताया जा रहा है जो 170 सालों से वीरान पड़ा है। यहां सिर्फ भूतों के किस्से फेमस नही हैं, बल्कि एक्सपर्टस ने भी यहां अपने आस-पास अनचाही आवाजों और अदृश्य शक्तियों को महसूस किया है...

 

84 गांव बसे थे यहां  

राजस्थान  जैसलमेर जिले का कुलधरा गांव, कहा जाता है कि कभी पालीवाल समाज के 84 गांव यहां बसे थे, लेकिन एक बार समीप के ही गांव के दीवान की नजर यहां एक लड़की पर पड़ गई। उसने गांव पर हमला करने की धमकी दी और मजबूरी में इस गांव के लोगों को घर छोड़कर यहां से जाना पड़ा, कहा जाता है कि वे जाते वक्त श्राप देकर गए थे कि यहां फिर कभी कोई नही बस पाएगा। जिसने भी यहां रहने की कोशिश की, वह कभी लौटकर नही आ सका। 

 

चूड़ियों, पायल और महिलाओं के आपस में बातें करने की आवाजें 

यहां प्रशासन ने एक गेट लगवा रखा है। पर्यटक यहां दिन में घूमने आते हैं लेकिन रात में इसके अंदर जाने की हिम्मत कोई नही दिखा पाता। कहा जाता है कि यहां आज भी चूड़ियों, पायल और महिलाओं के आपस में बातें करने की आवाजें सुनाई देती हैं। इस गांव के किस्से मशहूर हैं। यहां जाने वाले अपने अनुभव बताते हुए कहते हैं कि यहां पहुंचने पर ऐसा लगता है मानो पूरा बाजार भरा हुआ है। हर ओर चहल-पहल है बच्चे खेल रहे हैं। माहौल पूरे खुशहाल गांव की तरह लगता है। जबकि आपके आसपास कोई भी नही होता। ये आवाजें इस नजारे को और भी डरावना बना देती हैं। 

 

पैरानाॅर्मल सोसायटी के मेंबर

साल 2013 में गांव के किस्से सुनकर पैरानाॅर्मल सोसायटी के मेंबर यहां पहुंचे और रात बिताई। इनमें से कुछ ने बताया कि रात में उन्हें ऐसा लगा जैसे किसी ने उनके कंधे पर हाथ रखा जबकि आसपास कोई भी नही था। मशीनों के जरिए जब हमने आत्माओं से उनके नाम जानने चाहे तो उन्होंने अपने नाम भी बताए। यह वाकई डरा देने वाला पल था। 

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