गुजरात का ये बीच है हॉन्टेड, दिन ढलने के बाद नहीं जाता कोई

गुजरात का ये बीच है हॉन्टेड, दिन ढलने के बाद नहीं जाता कोई

Bhaskar Hindi
Update: 2018-06-12 09:42 GMT
गुजरात का ये बीच है हॉन्टेड, दिन ढलने के बाद नहीं जाता कोई

डिजिटल डेस्क। फिल्मों की बात छोड़ दें तो असल जिंदगी में भी ऐसी जगह है जहां भूत-प्रेत के होने की बात होती रहती है। भूतों का होना ना होना हमेशा से ही एक सवाल रहा है, यह सच है की हमने उनके अस्तित्व को हमेशा से नाकारा है लेकिन ऐसे भी कई लोग हैं जिन्होंने इस डर का अनुभव किया है। स्थानीय लोगों के मुताबिक यहां रूहों का बसेरा है या सीधे तौर पर कहें तो ये ऐसी जगह है जहां जाने से पहले आपके रोंगटे खड़े हो जाएंगे। गुजरात का बीच दमस जिसे लोग “डुमस” भी कहते हैं यहां शाम होने के बाद भूतों का डेरा लगता है साथ ही पिछले कई दिनों से इंटरनेट पर इस बीच को लेकर काफी चर्चा हो रही है और लोग वीडियोज बनाकर अपने अनुभव बांट रहे हैं।

 


शाम होने पर खत्म होने लगती है जिंदगी 

अरब सागर से लगा हुआ ये बीच सूरत से 21 किलोमीटर की दूरी पर है। कहा जाता है कि ये बीच किसी समय जलती हुई लाशों का ठिकाना हुआ करता था और इसलिए यहां की रेत सफेद नहीं काली है। ये एक ऐसी जगह है जहां आवाजें आती हैं चीखने और चिल्लाने की। यहां रात के अंधेरे में या तो कोई मदद की गुहार लगाता है, कोई फूट-फूट कर रोता है पर दिखता कोई भी नहीं है। कहा जाता है की सुबह की सैर के लिए आने वाले लोगों को कई बार चीखने की आवाजें सुनाई दी है। लोगों का मानना है कि जिनकी असमय मौत हो जाती है उनकी रूह इस बीच पर बसेरा कर लेती हैं। यूं तो इस बीच पर दिन भर पर्यटकों का मेला लगा रहता है किन्तु जैसे जैसे सूर्य अस्त होने लगता है और शाम गहराती जाती है वैसे वैसे यहां से इंसान गायब होने लगते हैं।

 


लोगों के अनुभव 

गुजरात में रहने वाले लोगों का कहना है कि इस बीच पर रात के समय दूर किनारे पर कोई बैठा हुआ महसूस होता है और रोने की भी आवाजें आती हैं। जब करीब जाकर देखने की कोशिश करते हैं तो वहां कोई नहीं आता। वहीं कई लोगों ने इस बात को नकारा भी है। कई लोगों ने इसे केवल अंधविश्वास की परिभाषा दी है। बीच से लगा हुआ ही श्मशान घाट है, जो लोगों की इस तरह की बातों बल देता है। जिससे पर्यटक भी यहां आने में भी घबराते हैं। 

 


और भी है ऐसी रहस्मयी जगहें

1. अग्रसेन की बावड़ी जो की दिल्ली में है, कहा जाता है कि यह बावड़ी 14 वीं सदी में महाराजा अग्रसेन ने बनवाई थी, यह किसी समय में विशेष काले पानी से भरी हुई थी जो की लोगों को आत्महत्या करने के लिए उकसाया करती थी।

2. सुरंग-33 जो कि शिमला की एक सुरंग है इसके बारे में कहा जाता है कि इसमें एक अंग्रेज इंजीनियर की रूह भटकती है।

3. शनिवारवाड़ा फोर्ट जो पुणे में है कहा जाता है कि यहां एक 13 साल के राजकुमार की क्रूरता से हत्या कर दी गई थी, लोगों ने देर रात यहां उस राजकुमार के रोने और सिसकने की आवाजें सुनी है। 

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