भूत-प्रेत के नाम पर अंधविश्वास का खेल, पति के जूते से पानी पीती हैं महिलाएं

भूत-प्रेत के नाम पर अंधविश्वास का खेल, पति के जूते से पानी पीती हैं महिलाएं

Bhaskar Hindi
Update: 2018-07-07 07:34 GMT
भूत-प्रेत के नाम पर अंधविश्वास का खेल, पति के जूते से पानी पीती हैं महिलाएं

डिजिटल डेस्क, राजस्थान। विज्ञान ने भले ही आज कितनी भी तरक्की कर ली हो, लेकिन अंधविश्वास का कीड़ा समय के साथ दूर होने की जगह लोगों के करीब आता जा रहा है। लोग अंधविश्वास के चलते क्या-क्या नहीं करते। अंधविश्वास के चलते लोग ऐसी-ऐसी शर्मनाक हरकतें करते हैं कि उन्हें इसका अंदाजा भी नहीं रहता कि आखिर कर क्या रहे हैं। उस समय इनके दिमाग में केवल अंधविश्वास ही सवार रहता है। ऐसा ही मामला सामने आया है राजस्थान के भीलवाड़ा से। जहां अंधविश्वास के नाम पर महिलाओं के साथ शर्मनाक हरकतें की जाती हैं।  

 


यहां पति के जूते से पानी पीती हैं पत्नियां 

राजस्थान के भीलवाड़ा में एक देवी का मंदिर ऐसा है, जहां अंधविश्वास के नाम पर देवी स्वरूपा महिलाओं के साथ ही अत्याचार किया जाता है। जी हां बंक्याराणी माता मंदिर में भूत-प्रेत का शक होने पर महिलाओं को अपने पति के जूते से पानी पीना पड़ता है। यहां झाड़-फूंक के नाम पर महिलाओं के साथ क्रूरता की जाती है। अंधविश्वास के नाम पर मंदिर के पुजारी से लेकर झाड़-फूंक करने वाले तांत्रिक तक महिलाओं के साथ शर्मनाक हरकत करते हैं। महिलाओं के साथ मार-पीट तक की जाती है।

 


मर्दों के गंदे जूते रखती हैं सिर पर 

इतना ही नहीं यहां महिलाओं को मर्दों के गंदे जूते सिर पर रखकर कई किलोमीटर तक चलने के लिए मजबूर किया जाता है। इस दौरान महिलाओं को गांवों की गलियों से सिर पर जूता रखकर और मुंह में दबाकर जाना पड़ता है। बच्चे उन्हें देखकर हंसते हैं, लेकिन घरवालों के दवाब में उन्हें ऐसा करना पड़ता है। उसके बाद पति के इन्हीं जूतों से महिलाओं को पानी पिलाया जाता है। भूत-प्रेत के नाम पर ये अंधविश्वास का खेल सालों से जारी है। लोगों को इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। हां लेकिन महिलाओं के प्रति इस तरह के व्यवहार से कहीं ना कहीं महिलाओं में मानसिक तनाव पैदा हो जाता है और वो भी स्वयं को भूत-प्रेत बाधित समझ बैठती हैं। 

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