आगरा : हमेशा गुलजार रहने वाले बाजार इस बार ईद पर भी सूने!

आगरा : हमेशा गुलजार रहने वाले बाजार इस बार ईद पर भी सूने!

IANS News
Update: 2020-05-23 18:01 GMT
आगरा : हमेशा गुलजार रहने वाले बाजार इस बार ईद पर भी सूने!

आगरा, 23 मई (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के आगरा में कई बाजारों में हमेशा रहने वाली रौनक इस बार ईद पर नदारद है। राजामंडी बाजार, सिंधी बाजार और शाहगंज बाजार बिल्कुल सूने हैं। यहां गिने-चुने लोग या तो अपनी दुकान की सफाई कर रहे हैं या बाजार का मुआयना करने आ रहे हैं।

शाहगंज मेन बाजार समिति के महामंत्री सुनील कर्मचंदानी ने आईएएनएस को बताया, आगरा के शाहगंज में चार बाजार हैं। इसमें एक शाहगंज बाजार जहां साड़ियां मिलती हैं, रुई की मंडी जहां जेंट्स कपड़े मिलते हैं, जोगी पाड़ा बाजार जहां कॉस्मेटिक मिलता है और संगीता बाजार जहां ज्वैलरी मिलती है।

उन्होंने कहा,यहां लगभग 415 दुकानों में 10 प्रतिशत किराये पर हैं। इस बाजार में त्यौहारों के दौरान सबसे ज्यादा भीड़ रहती है, क्योंकि यहा एकसाथ सारे सामान मिल जाते हैं, सुई से लेकर सोने तक।

आगरा के राजामंडी बाजार में करीब 200 से 250 दुकानें हैं, और यहां त्योहारों के वक्त तो भीड़ होती है, लेकिन आम दिनों में भी इस बाजार में काफी चहल-पहल होती है। इस बाजार में फिलहाल कोई एसोसिएशन नहीं है। लेकिन कुछ चुनिंदा लोग बाजार की बागडोर संभाले हुए हैं।

राजामंडी में घड़ी की शॉप चलाने वाले नरेंद्र अमरनानी ने बताया, ईद पर हमारा बाजार बहुत अच्छा चलता है, और रात भर दुकानें खुली रहती हैं। लेकिन इस बार हमें बहुत नुकसान हो गया है। दुकानदार जहां चार बजे भोर तक दुकान में बैठा करता था, वह अब घर पर बैठा हुआ है। शादी का सीजन भी चला गया, उसमें भी बाजार बहुत अच्छा चलता था।

राजामंडी के दुकानदारों को हर सोमवार यहां लगने वाले साप्ताहिक बाजार को लेकर भी एक चिंता सता रही है। सोमवार को दुकानों के बाहर भी कपड़ों और अन्य चीजों के स्टॉल लग जाते थे, जिसकी वजह से यहां बहुत भीड़ हो जाती थी, जो इस महामारी के समय में बिल्कुल ठीक नहीं होगा। दुकानदारों का कहना है कि अब बाजार खुलने के बाद यहां स्टॉल्स नहीं लगने चाहिए।

आगरा का सिंधी बाजार भी उन प्रमुख बाजारों में है, जहां आम दिनों के साथ ही त्यौहारों पर काफी संख्या में लोग कपड़े, जूते और अन्य सामान खरीदने आते हैं। इस बाजार में दो बाजार हैं -एक रिटेल और दूसरा होलसेल। यहां कुल लगभग 700 से 800 दुकानें हैं।

होलसेल मार्केट एसोसिएशन, आगरा रेडीमेड गारमेंट ट्रेडर्स एंड मैन्युफैक्च रर एसोसिएशन के सदस्य सैयद अफाक अली ने बताया, दुकानें बंद हुए 60 दिनों से ज्यादा हो गया है। करोड़ों रुपये का नुकसान हो चुका है। पहले से स्टॉक आया हुआ था, कुछ अटका पड़ा है, बहुत नुकसान हो गया।

उन्होंने बताया, आगरा के दो बाजार -सिंधी मार्केट और शाहगंज मार्केट त्यौहारों के वक्त पूरी रात खुलत हैं, लेकिन इस बार तो ईद पर भी सब बंद है।

सिंधी बाजार में रिटेल बाजार के एसोसिएशन, सिंधी बाजार परसारथी संघ के सदस्य अशोक जीवनानी ने आईएएनएस से कहा, हमारा बाजार ईद पर अच्छा चलता था। ईद की दुकानदारी न होने से हमारे यहां फैंसी आइटम पूरा ब्लॉक हो गया। हमारी सिंधी बाजार की मेन मार्केट में एक तरफ 66 दुकानें और दूसरी तरफ 34 दुकानें हैं। 90 प्रतिशत रेडीमेड की दुकानें हैं। बाकी 10 प्रतिशत जूते, घड़ियों और अन्य सामानों की दुकानें हैं।

जीवनानी ने कहा कि 25 मई को पूरे देश मे ईद का त्यौहार मनाया जाएगा, लेकिन इस साल कोरोनावायरस के कारण लागू लॉकडाउन की वजह से हमारा बाजार ईद पर सूना है।

-- आईएएनएस

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