भारतीय कैंसर की दवाओं पर चीन ने घटाया आयात शुल्क

भारतीय कैंसर की दवाओं पर चीन ने घटाया आयात शुल्क

Bhaskar Hindi
Update: 2018-07-09 14:03 GMT
भारतीय कैंसर की दवाओं पर चीन ने घटाया आयात शुल्क

डिजिटल डेस्क, पेइचिंग। चीन में लगातार बढ़ रहे कैंसर के कारण भारतीय दवाओं की मांग भी तेजी से बढ़ने लगी है। इसी को देखते हुए चीनी सरकार ने एक समझौते के तहत आयात होने वाली भारतीय दवाओं पर आयात शुल्क कम करने का फैसला किया है। बता दें कि भारत में बनने वाली कैंसर की दवाइयों की चीन में भारी मांग है, क्योंकि ये दवाएं पश्चिमी देशों के मुकाबले काफी सस्ती दर पर उपलब्ध हो जाती हैं।

सोमवार को चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने कहा, "भारतीय दवाओं से आयात शुल्क कम करने का फैसला एशिया महाद्वीप व्यापार समझौते के तहत लिया गया है। हमने इस फैसले के साथ अपने आयात को बढ़ाने पर भी काम किया है। मुक्त व्यापार और संरक्षणवाद के खिलाफ चीन को यही जरूरत है।"

चुनयिंग ने कहा, "भारत और चीन ने दवाओं पर आयात शुल्क घटाने का फैसला किया है। हम आयात को बढ़ाने पर भरोसा करते हैं और कैंसर की दवाओं पर शुल्क घटाया जाना, भारत और अन्य देशों के लिए बड़ा मौका है।" उन्होंने कहा, "एशिया पसिफिक ट्रेड अग्रीमेंट के तहत हम 33 प्रतिशत का शुल्क कर रहे हैं। बता दें कि चीन में हर साल करीब 43 लाख लोग कैंसर से पीड़ित होते हैं।

 

चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुनयिंग

विदेश मंत्रालय ने कहा कि चीन की एक फिल्म "डाइंग टु सर्वाइव" में ल्यूकीमिया से जूझ रहे मरीज को दिखाया गया था। इसमें यह भी दिखाया गया था कि अगर भारत से दवाइयां आसानी से आयात हों तो मरीजों को राहत मिल सकती है। हालांकि अभी यह स्पष्ट नहीं है कि चीन ने भारतीय कंपनियों को कैंसर की दवाइयां बेचने का लाइसेंस दिया है या नहीं। अगर ऐसा होता है तो यह बड़ा कदम होगा।

गौरतलब है कि इसी साल मई में चीन सरकार ने कैंसर की दवाओं से आयात शुल्क हटा लिया था। चीन का यह फैसला भारत के लिए बिल्कुल भी फायदेमंद नहीं था, क्योंकि वहां भारतीय कंपनियों को बिना लाइसेंस के दवाइयां बेचने का अधिकार नहीं दिया गया था।

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