डिजिटल अर्थव्यवस्था चीनी आर्थिक विकास की अहम शक्ति बनी
डिजिटल अर्थव्यवस्था चीनी आर्थिक विकास की अहम शक्ति बनी
- डिजिटल अर्थव्यवस्था चीनी आर्थिक विकास की अहम शक्ति बनी
बीजिंग, 9 जुलाई (आईएएनएस)। न्येई मिंगश्वेई दक्षिण पश्चिम चीन के क्वेई यांग शहर के एक कुरियर कर्मी हैं, जो इंटरनेट के सहारे उपभोक्ताओं को कुरियर की सेवा देते हैं। उनकी मासिक आमदनी करीब 10 हजार युआन है। चीन के 200 से अधिक शहरों में हाल में कुरियरों की कुल संख्या 9 लाख से अधिक हो चुकी है, जबकि गरीब क्षेत्रों से आए कुरियरों की संख्या एक तिहाई है।
यह चीनी डिजिटल अर्थव्यवस्था की एक झलक है। बीते कई वर्षो में चीन में डिजिटल अर्थव्यवस्था का बड़ा विकास हुआ, जिससे रोजगार के तमाम मौके पैदा हुए। चीन सरकार द्वारा हाल में जारी 9 नयी नौकरियों में से 4 डिजिटल अर्थव्यवस्था से संबंधित हैं। जो कि ब्लॉकचेन इंजीनियरिंग तकनीशियन, इंटरनेट विपणक, सूचना सुरक्षा परीक्षक और ऑनलाइन शिक्षण सेवा इंजीनियर हैं।
चीनी सूचना और संचार अनुसंधान संस्थान द्वारा हाल ही में जारी चीनी डिजिटल अर्थव्यवस्था विकास के श्वेत पत्र में कहा गया कि 2019 में चीन की डिजिटल अर्थव्यवस्था का वर्धित मूल्य 358 खरब युआन पहुंचा और जीडीपी में इसका अनुपात भी 36.2 प्रतिशत रहा, जबकि 2014 में यह अनुपात केवल 14.2 प्रतिशत था। अब डिजिटल अर्थव्यवस्था चीनी आर्थिक विकास की शक्ति बन चुकी है।
डिजिटल अर्थव्यवस्था का इसलिए चीन में तेजी से विकास हो रहा है, क्योंकि चीन का बाजार बहुत विशाल है, जिसकी भारी निहित शक्ति है। साथ ही चीन में बहुत बड़ा इंटरनेट यूसर्ज समूह भी है। हमें यह भी देखना चाहिए कि 5जी, बिग डेटा, क्लाउड कंप्यूटिंग, ब्लॉकचेन समेत डिजिटल उद्योग के विकास ने डिजिटल अर्थव्यवस्था के चीन में विकास के लिए बुनियादी प्लेटफार्म की स्थापना की है। इधर के वर्षों में चीन सरकार ने नवाचार से विकास को आगे बढ़ाने के लिए सिलसिलेवार कदम उठाये हैं। जिसने डिजिटल अर्थव्यवस्था के लिए प्रबल समग्र नीतिगत समर्थन भी दिया है।
अनुमान है कि महामारी के बाद डिजिटल अर्थव्यवस्था चीनी आर्थिक विकास को प्रेरित करने वाली शक्ति बनी रहेगी। जबकि चीन में डिजिटल अर्थव्यवस्था के विकास की कहानी संभवत: विश्व अर्थतंत्र के पुनरुत्थान के लिए भी सबक दे सकेगी।
(साभार-चाइना मीडिया ग्रुप ,पेइचिंग)