जमीन की फर्जी तरीके से खरीदी-बिक्री, स्कूल संचालक व व्यापारी पर मामला दर्ज

जमीन की फर्जी तरीके से खरीदी-बिक्री, स्कूल संचालक व व्यापारी पर मामला दर्ज

Anita Peddulwar
Update: 2021-06-25 07:04 GMT
जमीन की फर्जी तरीके से खरीदी-बिक्री, स्कूल संचालक व व्यापारी पर मामला दर्ज
हाईलाइट
  • करोड़ो रुपए की धोखाधड़ी

डिजिटल डेस्क, नागपुर। शहर के एक स्कूल संचालक और कॉस्मेटिक व्यवसायी ने फर्जी तरीके से जमीन की खरीदी-बिक्री कर करोड़ों रुपए की धोखाधड़ी की। आरोपियों के नाम संजय श्रीराम पेंढारकर (52) देशपांडे ले-आउट हिवरी नगर, नागपुर और कमलेश हरिचंद नागपाल (50) वर्धमान नगर, नागपुर निवासी है। कमलेश कॉस्मेटिक व्यवसाय करता है। आरोप है कि आरोपी स्कूल संचालक पेंढारकर ने 18 लोगों को प्लॉट बेचकर 2.21 करोड़ रुपए ले लिए। दोबारा उसी जमीन को उक्त व्यापारी को बेच दी। प्रकरण सामने आने के बाद पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। दोनों आरोपियों के खिलाफ वाठोड़ा थाने में मामला दर्ज कर लिया गया है। 

पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, वाठोड़ा क्षेत्र में पेंढारकर की  स्कूल है। वह स्कूल के अध्यक्ष हैं। पेंढारकर ने प्लॉट बिक्री के नाम पर 18 लाेगों के साथ करीब 2 करोड़ 21 लाख 49 हजार 500 रुपए की धोखाधड़ी की। इस मामले में आरोपी पेंढारकर के कुछ साथी भी शामिल हैं। पीड़ित गजानन ज्ञानेश्वर निषाणकर (64) की शिकायत पर वाठोड़ा पुलिस थाने में आरोपी संजय श्रीराम पेंढारकर और कमलेश हरिचंद नागपाल (50) प्लाॅट नं. 730/7/8, देशपांडे ले-आउट, वर्धमान नगर, नागपुर निवासी सहित अन्य पर धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है। फिलहाल इस प्रकरण में किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई।  चर्चा है कि आर्थिक अपराध शाखा पुलिस ने अगर संजय पेंढारकर और कमलेश नागपाल की धर-पकड़ में देर लगाई तो दोनों रफूचक्कर हो सकते हैं। आर्थिक अपराध शाखा पुलिस के पास कई ऐसे मामले लंबित पड़े हैं, जिनमें फरार आरोपियों की खोजबीन ही नहीं हो पा रही है।  

बेची हुई जमीन की कर दी दोबारा पॉवर ऑफ अटर्नी : पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, आरोपी संजय पेंढारकर की मौजा गोहनी के बहादुरा परिसर में 0.95 हेक्टेयर (2.5 एकड़) जमीन थी, उसने  वर्ष 2009-10 में  0.40 हेक्टेयर जमीन पर एसपी पब्लिक स्कूल बनाया। बाकी बची 0.55 हेक्टेयर जमीन पर 19 प्लॉट का ले-आउट डाला। इस ले-आउट में  गजानन निशानकर (64) उदयनगर नागपुर निवासी व अन्य 17 लोगों ने पेंढारकर से प्लॉट खरीदी का सौदा किया। उसने इन सभी को प्लॉट बेचकर एग्रीमेंट टू सेल और पावर ऑफ अटार्नी बनाकर सभी को कब्जा पत्र भी दिया। उसने 18 प्लॉट धारकों से करीब 2 करोड़ 21 लाख 49 हजार 500 रुपए लिया। 23 फरवरी 2016 को पेंढारकर ने अपनी पूरी जमीन का सौदा कमलेश नागपाल, दादूमल नागपाल और रीमा नागपाल के साथ किया और उन्हें भी पावर ऑफ अटार्नी दे दिया। 

कमलेश को पता थी यह बात 
आरोपी कमलेश को पहले से इसकी जानकारी थी कि पेंढारकर ने उक्त जमीन 18 लोगों को बेचा है।  इसके बाद भी उसने जमीन का सौदा किया।  वर्ष 2019 में उसने 0.95 हेक्टेयर जमीन में से 22,000 वर्ग फीट जमीन अपने रिश्तेदार को बेच दी। ग्रामीण के दुय्यम निबंधक कार्यालय क्र. 10 में रजिस्ट्री भी करवा दी गई। जब गजानन और अन्य प्लॉटधारकों को आरोपियों की धोखाधड़ी के बारे में पता चला ताे पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार के  पास शिकायत की।  उन्होंने आर्थिक अपराध शाखा पुलिस को जांच के आदेश दिए। पुलिस उपायुक्त विवेक मासाल के मार्गदर्शन में कार्रवाई की गई है। पुलिस निरीक्षक बबन येडगे, उपनिरीक्षक कीर्ति वाघधरे, हवलदार मनोज सोनवने, भूषण उद्धार और गजानन गिरी ने प्रकरण की जांच की। जांच के दौरान पता चला कि पेंढारकर और कमलेश नागपाल ने मिलीभगत कर 18 लोगों के साथ धोखाधड़ी की। वाठोड़ा थाने में दोनों आरोपियों पर विविध धाराओं के तहत धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया है। 
 

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