कीमतों में वृद्धि जारी: पेट्रोल की कीमत में 17 पैसे बढ़े, डीजल 10 पैसे महंगा
कीमतों में वृद्धि जारी: पेट्रोल की कीमत में 17 पैसे बढ़े, डीजल 10 पैसे महंगा
- डीजल की कीमत में पिछले तीन दिनों से कोई वृद्धि नहीं हुई थी
- मुंबई में पेट्रोल की कीमत 89.97 रु.
- डीजल की कीमत 78.53 रु.
- रविवार को पेट्रोल और डीजल के दाम में फिर बढ़ोतरी हुई है
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। रविवार को पेट्रोल और डीजल के दाम में फिर बढ़ोतरी हुई है। दिल्ली में 17 पैसे बढ़ने के बाद पेट्रोल की कीमत 82 रुपए 61 पैसे प्रति लीटर हो गई है। डीजल में 10 पैसे की वृद्धि होने के बाद कीमत 73 रुपए 97 पैसे प्रति लीटर हो गई है। मुंबई में पेट्रोल की कीमत 89.97 रुपए तो डीजल की कीमत 78.53 रुपए प्रति लीटर हो गई है। इसके पहले शनिवार को पेट्रोल की कीमत में 12 पैसे की बढ़ोतरी हुई थी। जबकि डीजल की कीमत में पिछले तीन दिनों से कोई वृद्धि नहीं हुई थी।
Petrol Diesel prices in #Delhi are Rs.82.61 per litre Rs.73.97 per litre, respectively. Petrol Diesel prices in #Mumbai are Rs.89.97 per litre Rs.78.53 per litre, respectively. pic.twitter.com/NZ6dNOVgDO
— ANI (@ANI) September 23, 2018
विपक्ष कर रहा जीएसटी में लाने की मांग
लगातार बढ़ रहे ईंधन के दामों के कारण लोगों को काफी परेशानी उठानी पड़ रही है। विपक्ष के विरोध के बावजूद अब तक केंद्र सरकार की तरफ से जनता को कोई राहत नहीं दी गई है। हांलाकि कुछ राज्यों ने जरूर वैट घटाकर जनता को राहत देने की कोशिश की है। वैट घटाने वाले राज्यों में कर्नाटक, आंध्रप्रदेश और राजस्थान शामिल हैं। विपक्ष लगातार पेट्रोल-डीजल को जीएटी के दायरे में लाने की मांग कर रहा है।
कंपनियां कर रहीं मार्जिन पूरा करने की कोशिश
जानकारों के अनुसार आने वाले समय में भारतीय बाजारों में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में और बढ़ोतरी हो सकती है। पेट्रोल-डीजल की कीमतों में इजाफे के पीछे रुपया एक बड़ी वजह है। रुपए में जारी गिरावट के कारण ही तेल कंपनियां लगातार कीमतों में बदलाव कर रही हैं। दरअसल, कंपनियां डॉलर में तेल का भुगतान करती हैं, जिसकी वजह उन्हें अपना मार्जिन पूरा करने के लिए तेल की कीमतों में इजाफा करना पड़ रहा है। विपक्षी दलों का कहना है कि सरकार पेट्रोल-डीजल की कीमतों पर टैक्स कम करें और इसे जीएसटी के दायरे में लाए, लेकिन केंद्र सरकार पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों के लिए अंतरराष्ट्रीय परिस्थितियों को जिम्मेदार ठहरा रही है।