इकोनॉमी में सुस्ती, सितंबर में IIP 4.3% घटी, आठ साल का सबसे कमजोर प्रदर्शन

इकोनॉमी में सुस्ती, सितंबर में IIP 4.3% घटी, आठ साल का सबसे कमजोर प्रदर्शन

Bhaskar Hindi
Update: 2019-11-11 19:20 GMT
इकोनॉमी में सुस्ती, सितंबर में IIP 4.3% घटी, आठ साल का सबसे कमजोर प्रदर्शन

डिजिटल डेस्क, मुंबई। अर्थव्यवस्था में सुस्ती के संकेत दिखाते हुए औद्योगिक उत्पादन सितंबर में 4.3 प्रतिशत से कम हो गया। ये आठ वर्षों में सबसे कमजोर प्रदर्शन है। इस गिरावट की सबसे बड़ी वजह कैपिटल गुड्स, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स और इंफ्रास्ट्रक्चर एंड कंस्ट्रक्शन गुड्स सेक्टर का खराब प्रदर्शन है।

केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय (CSO) के आंकड़ों के अनुसार, इंडेक्स ऑफ इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन (IIP) अगस्त 2019 की तुलना में सितंबर 2019 में 4.3 फीसदी गिर गया। एक साल पहले यानी सितंबर 2018 में इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन में 4.6 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई थी। आईआईपी की 2011-12 की कड़ी में 4.3 फीसदी की यह सबसे बड़ी गिरावट है। इससे पहले, आईआईपी में अप्रैल 2012 में 0.7 फीसदी की गिरावट आयी थी। सरकार ने अगस्त के आईआईपी के आंकड़े को संशोधित किया है। इसके तहत उस महीने इसमें 1.4 फीसदी की गिरावट आयी थी। शुरुआती अनुमान में गिरावट 1.1 फीसदी बतायी गयी थी।

मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर, जो कि आईआईपी में 77 प्रतिशत से अधिक योगदान देता है, ने सितंबर 2019 के दौरान आउटपुट में 3.9 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की। जबकि पिछले साल इसी महीने में 4.8 प्रतिशत की बढ़ोतरी देखी गई थी। मैन्युफैक्चरिंग सेगमेंट में पिछला लो अक्टूबर 2014 में (-) 1.8 प्रतिशत दर्ज किया गया था। आंकड़ों से पता चला है कि बिजली उत्पादन की ग्रोथ भी 2.6 फीसदी घट गई, जिसमें कि एक साल पहले इसी महीने में 8.2 प्रतिशत की बढ़ोतरी देखी गई थी। इसी तरह खनन सेक्टर के उत्पादन में सितंबर में 8.5 फीसदी की गिरावट रही. पिछले साल सितंबर में इस क्षेत्र में 0.1 फीसदी की बढ़ोतरी हुई थी।

अगस्त 2019 में कंज्यूमर ड्यूरेबल आउटपुट में भी 9.9 प्रतिशत की गिरावट आई है। एक और खराब प्रदर्शन वाला सेगमेंट इंफ्रास्ट्रक्चर/कंस्ट्रक्शन गुड्स रहा। सितंबर 2019 में इसमें 6.4 फीसदी की गिरावट देखी गई। प्राइमरी गुड्स में 5.1 फीसदी की गिरावट आयी है।

बता दें कि अगस्त माह में इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन 1.1 फीसदी गिर गया था। इस दौरान मैन्युफैक्चरिंग, बिजली उत्पादन और खनन सेक्टर में कमजोरी देखने को मिली थी। फरवरी 2013 के बाद यह औद्योगिक उत्पादन में सबसे बड़ी गिरावट थी। वहीं एक साल पहले समान महीने यानी अगस्त, 2019 में आईआईपी में 4.8 फीसदी की बढ़ोतरी रही थी।

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