नीति आयोग के CEO बोले- भारतीय कंपनियों को ग्लोबल मार्केट में पहचान बनाने की जरूरत

नीति आयोग के CEO बोले- भारतीय कंपनियों को ग्लोबल मार्केट में पहचान बनाने की जरूरत

Bhaskar Hindi
Update: 2018-09-23 15:10 GMT
नीति आयोग के CEO बोले- भारतीय कंपनियों को ग्लोबल मार्केट में पहचान बनाने की जरूरत
हाईलाइट
  • कांत ने कहा कि इससे भारत को ग्लोबल मार्केट में पहचान मिलेगी।
  • कांत ने कहा कि यह भारत के लिए एक चैलेंज है कि वह यहां के ब्रैंडों को किस प्रकार विश्व स्तर पर बढ़ावा देते हैं।
  • नीति आयोग के CEO ने कहा है कि भारत को वर्ल्ड लेवल पर भारतीय ब्रैंडों को प्रमोट करने की जरूरत है।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। नीति आयोग के चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर (CEO) अमिताभ कांत ने कहा है कि भारत को वर्ल्ड लेवल पर इंडियन ब्रैंड्स को प्रमोट करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि यह भारत के लिए एक चैलेंज है कि वह यहां के ब्रैंड्स को किस प्रकार विश्व स्तर पर बढ़ावा देते हैं। इससे न केवल भारत को ग्लोबल मार्केट में पहचान मिलेगी बल्कि यहां कि इकोनॉमी में और भी सुधार देखने को मिलेगा।

अमिताभ ने सुपरब्रैंड्स अवॉर्ड्स इवेंट में कहा कि वर्ल्ड लेवल पर भारतीय ब्रैंड्स को बढ़ावा देना सरकार के लिए एक बड़ी चुनौती है। उन्होंने योग और क्रिकेट का उदाहरण देते हुए कहा कि यह भारत को विश्व स्तर पर पहचान दिलाने में कामयाब हुए हैं। अमिताभ ने कहा, "क्रिकेट और योग यह दोनों भारत को ग्लोबली पहचान दिलाने में कामयाब हुए हैं और बेहतरीन उदाहरण हैं कि हमें क्या करने की जरूरत है। हमें जरूरत है कि हम अपने ब्रैंड्स और प्रोडक्ट को प्रमोट करने के लिए और मेहनत करें। यहां की कंपनियों को यह समझने की जरूरत है कि उनके प्रोडक्ट्स और ब्रैंड उस देश में विकसित हो रहे हैं, जिसकी इकोनॉमी और ग्रोथ रेट सबसे ज्यादा है। इसलिए भारतीय कंपनियों को विश्व स्तर पर पहचाने जाने योग्य सुपर ब्रैंड बनाना होगा।"

वहीं सुपरब्रैंड्स इंडिया की मैनेजिंग डायरेक्टर गीतांजलि आनंद ने कहा, "भारतीय कंपनियां ब्रैंडिंग के क्षेत्र में लगातार विकास कर रही हैं। इसमें नए-नए तकनीक और इनोवेशन हो रहे हैं। अब सभी कंपनियों के लिए डिजिटल ब्रैंडिंग महत्वपूर्ण हो चुका है। भारत में सभी जगह ब्रैंड अपने टार्गेट कस्टमर्स तक पहुंचने के लिए लगातार सही प्रयास कर रहे हैं। "सुपरब्रैंड्स इंडिया" भारत के शीर्ष ब्रैंड्स को खोजने और उन्हें सही प्लेटफॉर्म देने की पूरी कोशिश करेगा।"

गौरतलब है कि इस साल 56 ब्रैंड्स को सुपरब्रैंड की उपाधि प्राप्त हुई है। इसमें FMCG, ऑटो, हेल्थकेयर, लॉजिस्टिक्स, सीमेंट और रिटेल समेत कई फील्ड शामिल हैं। इसकी चयन प्रक्रिया और भी कठिन है और अच्छे रिसर्च के बाद ही किसी भी ब्रैंड को सुपरब्रैंड्स की उपाधि दी जाती है। "सुपरब्रैंड्स इंडिया" से आमंत्रण मिलने पर ही सुपरब्रैंड्स कार्यक्रम में प्रवेश मिल पाता है।


 

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