इंडिगो में पायलटों और नोटम की कमी, रद्द कीं करीब 130 उड़ानें
इंडिगो में पायलटों और नोटम की कमी, रद्द कीं करीब 130 उड़ानें
- 210 विमानों की फ्लीट सहित इंडिगो की लगभग 1300 उड़ानें रोज होती हैं
- इससे पहले एयरलाइन ने अपने बयान में कहा 31 मार्च से सारे ऑपरेशन होंगे सामान्य
- पिछले शनिवार बारिश और ओले पड़ने के बाद से लगातार उड़ानें रद्द हुईं
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। इंडिगो एयरलाइंस इन दिनों पायलटों के संकट से जूझ रही है। पायलटों और नोटम (NOTAM) की कमी को देखते हुए इंडिगो ने शुक्रवार को करीब 130 फ्लाइट्स को रद्द कर दिया है। सूत्रों के अनुसार ये पूरे एयरलाइन ऑपरेशन का करीब 10 फीसदी है। 210 विमानों की फ्लीट सहित इंडिगो की लगभग 1300 उड़ानें रोज होती हैं। हालांकि पिछले शनिवार से इस एयरलाइंस के जारी संकट के बावजूद एयरलाइनों की नियामक संस्था नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने अभी तक किसी जांच का एलान नहीं किया है।
बता दें कि पिछले शनिवार से बारिश और ओले पड़ने के बाद से इंडिगो लगातार अपनी उड़ानों को रद्द कर रहा है। इस सप्ताह की शुरुआत में सोमवार और मंगलवार को करीब 60 उड़ानें रद्द की गई थीं। वहीं बंगलौर एयरपोर्ट के एयरपोर्ट शो होने व अन्य कारणों के चलते गुरुवार को योजनाबद्ध तरीके से कई उड़ानों को किया गया।
31 मार्च से सामान्य होंगे ऑपरेशन
एयरलाइन ने रविवार को जारी एक बयान में उड़ानों में व्यवधान के लिए मौसम के बदलाव का हवाला दिया था। एयरलाइन ने कहा था कि विमानों के चालक दल के सदस्यों की स्थिति को देखते हुए उड़ानों को पुनर्व्यवस्थित किया गया है। इसके कारण कई उड़ानें रद करनी पड़ीं। इससे पहले अपने बयान में कहा था कि 30 विमान रोजाना के औसत से रद्द किए जा रहे हैं इसकी सूचना यात्रियों को दी जा रही है और उन्हें दूसरे विमानों में जगह देने की कोशिश की जा रही है। 31 मार्च से गर्मियों की शुरुआत होते ही सारे ऑपरेशन सामान्य हो जाएंगे।
लगातार उड़ानें रद्द
बता दें कि जनवरी में इंडिगो एयरलाइन के अक्टूबर-दिसंबर तिमाही के नतीजे आए थे। जिसमें इंडिगो का मुनाफा 190.90 करोड़ रुपए पाया गया, यह 2017 की इसी तिमाही से 75 फीसद कम है। तब 762 करोड़ रुपए का प्रॉफिट हुआ था। फिलहाल इंडिगो एयरलाइंस पायलटों की कमी से जूझ रही है। ऐसे में लगातार रद्द होती उड़ानों के चलते यात्रियों को खासा परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
सूत्रों के अनुसार इंडिगो विमान यात्रियों को अंतिम क्षणों के किराए पर टिकट दे रहे हैं या फिर उन्हें वैकल्पिक उड़ानों के रूप में वन-स्टॉप कनेक्टिविटी वाली उड़ानें दे रहे हैं। हालांकि इस संबंध में कंपनी के अधिकारियों ने अब तक कोई जवाब नहीं मिला है।