जबलपुर: एनक्यूएएस की गाइडलाइन के मुताबिक बनेगा भवन, वार्ड के साथ नई ओपीडी भी
- एल्गिन अस्पताल में 100 बेड का नया भवन बनाने की तैयारी
- प्रोजेक्ट को मिली स्वीकृति, नर्सिंग कॉलेज के एक भवन की जगह होगा निर्माण
- नया भवन एल्गिन परिसर में ही नर्सिंग कॉलेज के एक भवन को तोड़कर बनाया जाएगा
डिजिटल डेस्क,जबलपुर। संभाग के सबसे बड़े शासकीय प्रसूति और स्त्री रोग अस्पताल में मरीजों के दबाव को देखते हुए 100 बेड का नया भवन बनाया जाएगा। हम बात कर रहे हैं रानी दुर्गावती लेडी एल्गिन हॉस्पिटल की, जहाँ न सिर्फ शहर बल्कि संभाग के विभिन्न जिलों से बड़ी संख्या में गर्भवती महिलाएँ प्रसूति के लिए पहुँचती हैं।
वर्तमान स्थिति यह है कि 122 स्वीकृत बेड के अस्पताल में करीब 250 बेड पर मरीजों को भर्ती किया जा रहा है, वहीं रोजाना 400 से 500 मरीज ओपीडी में उपचार लेने पहुँचते हैं। इसी दबाव को कम करने के लिए 100 बेड के नए भवन का प्रोजेक्ट स्वीकृत हो गया है।
इसे एनक्यूएएस की गाइडलाइन के मुताबिक भविष्य की जरूरतों को देखते हुए बनाया जाएगा। नया भवन एल्गिन परिसर में ही नर्सिंग कॉलेज के एक भवन को तोड़कर बनाया जाएगा। जिसकी लागत करीब 7.5 करोड़ होगी। भवन का निर्माण हाउसिंग बोर्ड द्वारा कराया जाना है।
9 हजार स्क्वेयर फीट में बनेगा नया भवन
जानकारी के अनुसार नया भवन 9 हजार स्क्वेयर फीट जगह में बनेगा। इसके लिए नर्सिंग कॉलेज की एक बिल्डिंग को तोड़ा जाना है। अभी भवन की डिजाइन फाइनल नहीं हुई है, लेकिन कहा जा रहा है कि संभवत: भूतल को मिलाकर 3 फ्लोर में इसे बनाया जाएगा। इसमें नए वार्ड के साथ ओपीडी भी बनाए जाएगी, जोकि एनक्यूएएस के मापदंडों के मुताबिक होगी।
और डॉक्टरों की जरूरत, दबाव ज्यादा
अस्पताल की अधीक्षक डॉ. नीता पाराशर के अनुसार वर्तमान स्थित अस्पताल में मरीजों का दबाव अधिक है। पहले ही स्त्री रोग विशेषज्ञों, मेडिकल ऑफिसरों और नर्सिंग स्टॉफ की कमी है और क्षमता से अधिक मरीज हैं। नया भवन बनने के बाद रिक्वायरमेंट और बढ़ जाएगी। ऐसे में चिकित्सकों और अन्य स्टाॅफ की नियुक्ति के लिए प्रयास शुरू कर दिए गए हैं।
साढ़े 7 करोड़ की लागत से बनेगा भवन
बर्न कंपनी की जमीन के रिडेंसीफिकेशन के बाद विभिन्न निर्माण कार्य होने हैं, उनमें एक एल्गिन में नए भवन का निर्माण भी है। नया भवन करीब साढ़े 7 करोड़ की लागत से बनेगा।
- डाॅ. संजय मिश्रा, सीएमएचओ