पहल: छत्रपति शिवाजी महाराज की जीवनी अब "ब्रेल लिपि' में, नेत्रहीनों को भी मिलेगी लाभ
- दृष्टिबाधित लोगों के लिए खुश खबर
- 350 वें शिवराज्याभिषेक पर उपक्रम
- किताब के लिए सरकार दे रही निधि
डिजिटल डेस्क, नागपुर। भारत के महान राजा और महाराष्ट्र के आराध्य छत्रपति शिवाजी महाराज अपनी बहादुरी, रणनीति और प्रशासनिक कौशल के लिए प्रसिद्ध थे। बच्चों को महाराज के जीवनी का परिचय कक्षा चौथी में ही हो जाता है। इसके अलावा छत्रपति शिवाजी महाराज के बारे अधिक जानकारी जानने वाले जिज्ञासु, संशोधकों के लिए ग्रंथ सम्पदा भी उपलब्ध है। छत्रपति शिवाजी महाराज की जीवनी अब ब्रेल लिपि में आने वाली है। सामान्य लोगों के साथ दृष्टिबाधित लोगों को भी शिवाजी महाराज के कार्यों और उनकी वीरता की जानकारी मिले इस मूल उद्देश्य से यह सारी ग्रंथ सम्पदा अब ब्रेल लिपि में परिवर्तित की जाएगी।
किताबों की छपाई के लिए 25 लाख रुपए मंजूर : छत्रपति शिवाजी महाराज की जीवनी ग्रंथ सम्पदा ब्रेल लिपि में परिवर्तित करना और किताबों की छपाई करने के लिए राज्य सरकार ने 25 लाख रुपए की निधि मंजूर किया है। इस निधि से किताब का काम होगा।
सरकार का अहम फैसला : छत्रपति शिवाजी महाराज के 350वें शिवराज्याभिषेक वर्ष के उपलक्ष पर राज्य सरकार की ओर से 2023 से 2024 इस वर्ष में विभिन्न कार्यक्रम और उपक्रम चलाया जा रहा है। इसी के तहत छत्रपति शिवाजी महाराज की जीवनी ब्रेल िलपि में लाने का अभिनव उपक्रम चलाने का सरकार ने फैसला लिया है। दृष्टिबाधित लोगों के लिए यह एक बड़ी खुश खबर है।
दृष्टिबाधितों के लिए अच्छी पहल : अंध विद्यालय के कला शिक्षक आनंद कुत्तरमारे ने बताया कि, फिलहाल चौथी कक्षा के बच्चों के लिए छत्रपति शिवाजी महाराज की जीवनी का प्राथमिक परिचय दिया गया है, लेकिन अब दृष्टिबाधित लोगों को ध्यान में लेते हुए छत्रपति शिवाजी महाराज की जीवनी ब्रेल लिपि में उपलब्ध कराई जाने वाली है, दृष्टिबाधितों के लिए यह अच्छी पहल है।