मनपा लाइब्रेरी में 19 साहित्यकारों ने 179 साहित्य सुपुर्द किए,साहित्य का मिलेगा लाभ

मनपा लाइब्रेरी में 19 साहित्यकारों ने 179 साहित्य सुपुर्द किए,साहित्य का मिलेगा लाभ

Anita Peddulwar
Update: 2019-09-17 11:41 GMT
मनपा लाइब्रेरी में 19 साहित्यकारों ने 179 साहित्य सुपुर्द किए,साहित्य का मिलेगा लाभ

डिजिटल डेस्क, नागपुर।  हिंदी साहित्यकारों के साहित्य मनपा लाइब्रेरी में वाचकों के लिए उपलब्ध होंगे। राष्ट्रीय हिंदी दिवस पर महानगर पालिका द्वारा लिए गए निर्णय के बाद शहर के 19 साहित्यकारों ने अपने 179 साहित्य महापौर नंदा जिचकार को सुपुर्द किए। मनपा मुख्यालय के डॉ. पंजाबराव स्मृति स्थायी समिति सभागृह में आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता महापौर ने की। 

इस अवसर पर स्थायी समिति सभापति प्रदीप पोहाणे, गलिच्छ वस्ती निर्मूलन समिति सभापति तारा (लक्ष्मी) यादव, नगरसेवक दयाशंकर तिवारी, नगरसेवक सुनील अग्रवाल, नगरसेविका रूपा राय, नगरसेविका भावना लोणारे, निगम सचिव हरीश दुबे, ग्रंथालय अधीक्षक अलका गावंडे, साहित्यकार  ओमप्रकाश शिव, नरेंद्र परिहार, डॉ. शशिवर्धन शर्मा, सुधा काशिव, मधु शुक्ला, मीरा रायकवार, डॉ. रमेश गांधी, डॉ. कल्पना शर्मा, प्रभा मेहता, कृष्ण कुमार ‍द्विवेदी, डॉ. बालकृष्ण महाजन, विदिशा शर्मा, गुरुप्रताप शर्मा, प्रा. रवि कोलते, माधुरी राउलकर, शंकर विटनकर के प्रतिनिधि उपस्थित थे।

मराठी साहित्य को मिलेगा मंच : जिचकार

राष्ट्रीय हिंदी दिवस के अवसर पर वरिष्ठ नगरसेवक दयाशंकर तिवारी ने मराठी साहित्य को मंच देने के लिए निर्णय लिया है। महापौर नंदा जिचकार ने कहा कि मराठी साहित्य को भी मंच मिलेगा। जल्द ही मराठी साहित्यकारों के साहित्य लाइब्रेरी में वाचकों के लिए उपलब्ध होंगे।  नरेंद्र परिहार ने सभी साहित्यकारों की ओर से अपनी संवेदना व्यक्त की। संचालन दयाशंकर तिवारी तथा आभार हरीश दुबे ने माना।

 कहानियों के पठन में डूबे श्रोता

राष्ट्रभाषा परिवार सामाजिक  सांस्कृतिक संस्था, नागपुर की ओर से राष्ट्रीय हिंदी दिवस के अवसर पर कथाकार विनायक कराड़े की कहानियों का वाचन किया गया। कराड़े की कहानी ‘बवंडर’ का वाचन पुषक भट और ‘तसल्लियों के ताजमहल’ का वाचन सौरभ वानखेड़े और ओमकर लांडगे ने किया। इन कहानियों पर चर्चासत्र का भी आयोजन किया गया। राष्ट्र भाषा परिवार सामाजिक  सांस्कृतिक संस्था, नागपुर की ओर से 27 सितंबर से विनायक कराड़े नाट्य महोत्सव-20019 का आयोजन किया जाएगा। महोत्सव में पटना, इलाहाबाद, रायपुर के नाटकों का मंचन होगा। कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए कार्यकर्ता अथक परिश्रम कर रहे हैं। 

Tags:    

Similar News