धर्मा पाटील की मौत के बाद अब 191 किसानों को मिलेगा अधिक मुआवजा
धर्मा पाटील की मौत के बाद अब 191 किसानों को मिलेगा अधिक मुआवजा
डिजिटल डेस्क, मुंबई। धुले के किसान धर्मा पाटील की आत्महत्या के बाद सरकार क्षेत्र के 191 किसानों को सुधारित मुआवजे की राशि देने को राजी हो गई है। इसके तहत सरकार धुले के अन्य किसानों को मुआवजे के रुप में 38 करोड रुपए प्रदान करेगी। जबकि सरकार ने किसान धर्मा पाटील के परिजनों को सुधारित मुआवजे के रुप में 1.5 करोड़ रुपए देने को मंजूरी प्रदान की है।
मंत्रालय में जहर पीने वाले किसान के परिजनों को मिलेंगे 1.5 करोड़
गौरतलब है कि 191 किसानों को सिर्फ दो लाख से दस लाख रुपए मुआवजा प्रदान किया गया था। इस बीच 84 वषीय किसान की मौत के बाद फजीहत झेल रही सरकार किसानों को मुआवजा देने के लिए अब नए नियमों को लागू करेगी। नए नियमों के तहत सरकार अधिग्रहित की गई सिंचित जमीन के लिए दस लाख रुपए प्रति हेक्टेयर के हिसाब से मुआवजा देगी। जबकि बगीचेवाली जमीन के अधिग्रहण के लिए प्रति हेक्टेयर 15 से 20 लाख रुपए मुआवजा दिया जाएगा।
पीड़ित परिवार को मिलेगा ज्यादा मुकाबला
राज्य के उर्जा मंत्री चंद्रकांत बावनकुले ने कहा कि इस महीने के आखिर तक पाटील के परिजनों को सुधारित मुआवजा प्रदान कर देंगे। पाटील की जमीन के सर्वेक्षण का काम पूरा हो गया है। पाटील की आंशिक बगायत जमीन थी इसलिए उन्हें 15 लाख रुपए प्रति हेक्टयर के हिसाब से मुआवजा दिया जाएगा। इस पर यदि दस साल का ब्याज जोड़ा जाए तो मुआवजे की रकम 30 लाख रुपए प्रति हेक्टेयर हो जाएगी। इसी तरह क्षेत्र के दूसरे किसानों को भी मुआवजा प्रदान किया जाएगा।
पांच एकड़ जमीन के लिए सिर्फ 10 लाख रुपए मुआवजा
पाटील ने 22 जनवरी को मंत्रालय में जहर पी लिया था। बाद में इलाज के दौरान उनकी अस्पताल में मौत हो गई थी। उन्हें पांच एकड जमीन के लिए सिर्फ 10 लाख रुपए मुआवजा प्रदान किया गया था। पाटील की जमीन थर्मल पावर प्रोजेक्ट के लिए अधिग्रहित की गई थी। मुआवजे की रकम से असंतुष्ट पाटील ने कई बार मंत्रालय का चक्कर लगाया लेकिन अधिकारियों ने उनकी बात पर गौर नहीं किया। जिसके चलते उन्होंने आत्मघाती कदम उठाया। अब सरकार सभी ऐसे किसानों की जमीन का सर्वेक्षण करेगी जो थर्मल पावर प्रोजेक्ट के चलते प्रभावित हुए हैं।