नागपुर के ताजबाग के लिए 30 करोड़ रुपए की मिली है मंजूरी
नागपुर के ताजबाग के लिए 30 करोड़ रुपए की मिली है मंजूरी
डिजिटल डेस्क, मुंबई। नागपुर शहर के ताजबाग विकास प्रारूप के कामों के लिए 30 करोड़ रुपए वितरित करने की मंजूरी दी गई है। सोमवार को नियोजन विभाग ने निधि वितरित करने के संबंध में शासनादेश जारी किया। नागपुर के विभागीय आयुक्त डॉ. संजीव कुमार ने आर्थिक वर्ष 2019-20 के लिए बजट में आवंटित निधि उपलब्ध कराने की मांग की थी। जिसके बाद सरकार ने राशि वितरित करने की मंजूरी दी गई है। सरकार ने नागपुर के विभागीय आयुक्त से अभी तक आवंटित निधि के उपयोगिता प्रमाणपत्र को तत्काल पेश करने को कहा है। शहर के हजरतबाबा ताजुद्दीन के ताजबाग दरगाह परिसर के विकास के लिए 132.49 करोड़ रुपए की प्रशासकीय मंजूरी 30 सितंबर 2013 को दी गई थी। इसके बाद सरकार की ओर से ताजबाग विकास प्रारूप के तहत मंजूर कामों के लिए निधि उपलब्ध कराई जा रही है।
- वर्धा के संजय गाते मिट्टी कला बोर्ड के कार्याध्यक्ष
- नागपुर के नरेश जुगेले और चंदन प्रजापति सदस्य नियुक्त
देश सरकार ने श्री संत शिरोमणी गोरोबाकाका मिट्टी कला बोर्ड में गैरसरकारी सदस्यों की नियुक्ति की गई है। मातीकला (मिट्टी कला) बोर्ड के कार्याध्यक्ष पद पर वर्धा के संजय गाते की नियुक्ति की है। सोमवार को राज्य सरकार के उद्योग विभाग ने इससे संबंधित शासनादेश जारी किया। बोर्ड में गैर सरकारी सदस्य के रूप में नागपुर के नरेश जुगेले और चंदन प्रजापति, नांदेड़ के उत्तमराव गोरडवार, रत्नागिरी की रसिका खेडेकर, मुंबई की शुभांगी खैरेकर तथा सिंधुदुर्ग के विलास गुडेकर की नियुक्ति की गई है। मिट्टी कला बोर्ड के गैरसरकारी सदस्यों का कार्यकाल 5 साल का होगा। बोर्ड के गैरसरकारी सदस्यों को हटाने और उनके जगह पर नई सदस्यों को नियुक्त करने का अंतिम फैसला सरकार का रहेगा। राज्य के कुंभार समाज के उन्नति व प्रगति के लिए वित्त मंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने साल 2018-19 के बजट में मिट्टी कला बोर्ड की स्थापना की घोषणा की थी। इसके लिए उन्होंने 10 करोड़ रुपए का प्रावधान किया था। जिसके बाद राज्य सरकार ने वर्धा में 8 मार्च 2019 को मिट्टी कला बोर्ड बनाने का फैसला किया। इस मिट्टी कला बोर्ड को कार्यान्वित करने के लिए गैरसरकारी सदस्यों की नियुक्ति की गई है।