सोलापुर में 30 श्रमिकों ने शुरू किया रोटी बैंक, हर रोज 200 लोगों को खिलाते हैं खाना

सोलापुर में 30 श्रमिकों ने शुरू किया रोटी बैंक, हर रोज 200 लोगों को खिलाते हैं खाना

Anita Peddulwar
Update: 2018-07-09 06:45 GMT
सोलापुर में 30 श्रमिकों ने शुरू किया रोटी बैंक, हर रोज 200 लोगों को खिलाते हैं खाना

डिजिटल डेस्क, सोलापुर। राज्य के सोलापुर में 30 श्रमिकों ने सरकारी अस्पताल के बाहर रोटी बैंक शुरू किया गया है। रोटी बैंक के माध्यम से हर रोज अस्पताल के बाहर करीब 200 लोगों को मुफ्त खाना पहुंचाया जाता है। इस अस्पताल में राज्य के अलग-अलग इलाकों से लोग इलाज करवाने आते हैं। आसपास खाने-पीने की उचित व्यवस्था न होने से उन्हें भूखे रहना पड़ता था। इस स्थिति को देखते हुए जमीर खान नामक शख्स ने रोटी बैंक की शुरुआत की और 30 साथियों को इस पहल से जोड़ा। ये लोग शहर में आयोजित कार्यक्रमों से खाना एकत्रित करते हैं और अस्पताल के पास लाकर रोटी बैंक में रखते हैं।

खाना कम न पड़े इसलिए ये सभी श्रमिक हर रोज 2000 रुपए एकत्रित करके खाना बनाते हैं और लोगों में बांटते हैं। श्रमिकों की इस पहल को देखते हुए शहर के लोग भी मदद के लिए आगे आ रहे हैं। श्रमिकों द्वारा शुरू किए गए इस उपक्रम से अस्पताल में आने वाले गरीब जरूरतमंद लोगों को काफी राहत मिल रही है। लोग इस उपक्रम की सराहना कर रहे हैं।

यहां भी डब्बावालों के सहयोग से चल रहा रोटी बैंक
महाराष्ट्र के पूर्व पुलिस महानिदेशक डी शिवानंदन ने गत वर्ष दिसंबर में मुंबई के डब्बावालों के सहयोग से रोटी बैंक शुरू किया था। बैंक द्वारा मुंबई में रेस्त्रां, क्लब और पार्टी से बचा हुआ भोजन एकत्रित किया जाता है। उसके खराब होने से पहले उसे गरीबों में बांट दिया जाता है। रोटी बैंक का दावा है कि उसे एक अच्छी प्रतिक्रिया मिल रही है। मुंबई में जन्मे और लंदन में रहने वाले व्यापार पेशेवर नितिन खानपुरकर भी इस पहल से जुड़ गए हैं। उन्होंने इसके लिए पूरे समय काम करने वाला एक हेल्पलाइन नंबर शुरू किया है। शिवानंदन ने कहा कि भारत में करीब 1.8 टन भोजन प्रतिदिन बर्बाद हो जाता है। करीब 20 करोड़ लोग भूखे रह जाते हैं। इसमें से ऐसे लोगों की बड़ी संख्या मुंबई से होती है।
 

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