सतना पुलिस के हत्थे चढ़े रीवा के 4 ट्रक लुटेरे  - सक्रिय था अंतरराज्यीय गिरोह

सतना पुलिस के हत्थे चढ़े रीवा के 4 ट्रक लुटेरे  - सक्रिय था अंतरराज्यीय गिरोह

Bhaskar Hindi
Update: 2020-05-07 13:19 GMT
सतना पुलिस के हत्थे चढ़े रीवा के 4 ट्रक लुटेरे  - सक्रिय था अंतरराज्यीय गिरोह

डिजिटल डेस्क सतना। लॉकडाउन के दौरान नेशनल हाइवे पर प्रयागराज से कटनी के बीच सतना-रीवा और  सीधी समेत 5 जिलों में ट्रकों में लूट की 18 वारदात के लिए जिम्मेदार एक अंतरराज्यीय गैंग के 4 आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। एसपी रियाज इकबाल ने बताया कि गिरोह के 2 सदस्य अभी फरार हैं। पकड़ में आए सभी लुटेरे रीवा के रहने वाले हैं। इनके पास से 50 हजार की नकदी, एक लोडेड देशी कट्टा, एक अन्य जिंदा कारतूस, बकानुमा 2 धारदार चाकू, डंडे और वारदात में प्रयुक्त बोलेरो गाड़ी नंबर एमपी 18 टी 2574 बरामद कर जब्त की गई है। आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा-399, 402, 25-27 आम्र्स एक्ट और एडी एक्ट 11-13 के तहत अपराध कायम किया गया है।
2 राज्यों के 5 जिलों में 18 वारदात  :-------
एसपी ने बताया कि अमहिया रीवा निवास 26 वर्षीय इस्तीयाक खान ऊर्फ सोनू पिता मोहम्मद करीम उल्ला इस गिरोह का गैंग लीडर था। जब्त की गई बोलेरो भी इसी की है। पकड़ में आए इसके अन्य आरोपी राणा उर्फ मो.सलमान उर्फ इस्तियाख पिता शमसुद्दीन (25) निवासी सूरा थाना मनगवां (हाल मुकाम निपनिया रीवा), अली असगर मंसूरी ऊर्फ सोनू पिता गुलाम सरवर खान (24) निवासी अमहिया बड़ी दरगाह के पास (रीवा) और अजरूद्दीन ऊर्फ मोनू पिता मोहम्मद इदरीश (25) अमहिया बडी दरगाह के पास रीवा के रहने वाले हैं। इनमें से भागने की कोशिश में गिरने से राणा उर्फ सलमान के हाथ-पैर में चोट आई है।
ऐसे आए पकड़ में :----
बताया गया है कि गिरोह के सभी सदस्य नशे के आदी हैं। हाल ही में रीवा सतना के बीच रात में संदिग्ध हालत में देखी गई गिरोह की बोलरो तब पुलिस को चकमा देकर गायब हो गई थी। मामला संज्ञान में आने पर संदिग्ध किस्म के वाहन को ट्रैक कराने की जिम्मेदारी एसपी रियाज इकबाल ने एडीशनल एसपी गौतम सोलंकी को सौंपी थी। श्री सोलंकी ने इस संबंध में रीवा पुलिस को अवगत कराया और साइबर के साथ क्राइम टीम भी सक्रिय की गई। दोनों जिलों की टीमों ने अलग -अलग मुखबिर तंत्र सक्रिय किए तो पता चला कि मौजूदा समय में गैंग का मूवमेंट धारकुंडी थाना क्षेत्र में है। धारकुंडी समेत सभापुर और मझगवां थानों की पुलिस को घेराबंदी के निर्देश दिए गए। मौके की ओर अलग-अलग दिशाओं से बढ़ीं पुलिस पार्टियों ने धारकुंडी के हरदी मोड़ में सड़क किनारे खड़ी सफेद रंग की बोलेरो देखी। गाड़ी 2  लोग सवार थे,जबकि 4 अन्य इधर-उधर छिपे हुए थे। पुलिस ने घेरकर पकड़ा तो 2 आरोपी भाग गए,जबकि 4 पकड़ में आ गए। पूछताछ में आरोपियों ने यूपी के प्रयागराज,  सतना-रीवा,सीधी और कटनी में लॉकडाउन के दौरान ट्रक ड्राइवरों और क्लीनर से मारपीट कर लूटपाट की 18 वारदातें स्वीकार की हैं। लुटेरों ने बताया कि
नेशनल हाइवे पर सूनसान जगहों में ट्रक के आगे बोलेरो लगाकर , कट्टा अड़ाते थे और मारपीट कर नकदी लूट लेते थे। वारदात के बाद भागने के लिए ग्रामीण क्षेत्र  के शार्टकट रास्तों का उपयोग करते थे। बताया गया है कि टोल प्लाजा बंद होने के कारण आरोपी सीसीटीवी की निगरानी से भी बच जाते थे।  
 इन्होंने निभाई अहम भूमिका :------
 एसपी ने बताया कि इस कामयाबी में अमरपाटन के थाना प्रभारी राजेन्द्र मिश्रा, कोटर के थानेदार गोपाल चौबे, सिंहपुर थाना प्रभारी सुधांशु तिवारी, धारकुंडी थाना प्रभारी विक्रम पाठक और मझगवां थानेदार ओपी सिंह के अलावा क्राइम दस्ता के आरक्षक रमाकांत तिवारी, अरविंद पटेल, राहुल, अभिषेक, जगदीश मीणा, साइबर सेल प्रभारी अजीत सिंह, प्रधान आरक्षक दीपेश कुमार, आरक्षक वीपेन्द्र मिश्रा, सीसीटीवी सतना के आरक्षक संदीप सिंह और रीवा क्राइम टीम के उप निरीक्षक अभिषेक पांडेय, आरक्षक आरडी पटेल, द्वारिका पटेल, शरद सिंह, हाफिज रहमान, पवन पाठक, अभिषेक पांडेय और साइबर सेल के आरक्षक प्रशांत विश्वकर्मा ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
 

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