5 लाख के इनामी नक्सली ने किया आत्मसमर्पण, चार वारदातों में था लिप्त

5 लाख के इनामी नक्सली ने किया आत्मसमर्पण, चार वारदातों में था लिप्त

Tejinder Singh
Update: 2019-09-23 15:32 GMT
5 लाख के इनामी नक्सली ने किया आत्मसमर्पण, चार वारदातों में था लिप्त

डिजिटल डेस्क, नागपुर। छत्तीसगढ के राजनांदगांव के मलाजखण्ड एरिया कमेटी सदस्य व नक्सली राजेश तोप्पा उर्फ अजीत उर्फ लच्छू ने राजनांदगांव पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया। सूत्र बताते हैं कि इस नक्सली पर 5 लाख रुपए का इनाम रखा गया था। यह 4 बडी घटनाओं में शामिल था। यह एमएमसी जोन इंचार्ज दीपक उर्फ मिलिंद तेलतुमडे का बॉडीगार्ड था। नक्सली राजेश तोप्पा ने राजनांदगांव के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक हिमांशु गुप्ता के समक्ष उसने आत्मसमर्पण किया। आत्मसमर्पण व पुनर्वास नीति के तहत उसे 10 हजार रुपए की प्रोत्साहन राशी दी गई। मंगलवार को इस नक्सली के आत्मसमर्पण किए जाने के समय क्षेत्र के नागरिक व पुलिस बल के जवान मौजूद थे। राजेश तोप्पा अढाईकट्टा कैंप भोजटोला थाना मोहला क्षेत्र का निवासी है। माओवादियों की खोखली विचारधारा , उनके शोषण , अत्याचार और हिंसा से तंग आकर उसने आत्मसमर्पण कर दिया। छत्तीसगढ शासन के आत्मसमर्पण व पुनर्वास नीति के तहत इसके उपर 5 लाख रुपए का इनाम घोषित किया है। इसके अतिरिक्त केंद्र शासन के सरेंडर कम रिहैलिबिलेशन स्कीम के तहत 2 लाख 50 हजार सहित 7 लाख 50 हजार रुपए आत्मसमर्पित नक्सली को इनाम के रुप में प्रदान किया जाएगा। इस नक्सली ने अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक दुर्ग रेंज के हिमांशु गुप्ता, उप पुलिस महानिरीक्षक नक्सल अभियान राजनांदगांव रेंज के रतनलाल डांगी, पुलिस अधीक्षक राजनांदगांव के कमललोचन कश्यप के समक्ष आत्मसमर्पण किया है।

आखिर कौन है राजेश तोप्पा

हर कोई यह जानने को बेताब है िक आखिर कौन है राजेश तोप्पा जिसने नक्सली मार्ग को छोडकर फिर से अपने अंदर जीने की नई चाह जगाई। राजेश वर्ष 2009 में नक्सल संगठन में शामिल हुआ। वर्ष 2011 में वह कोरची एरिया कमेटी में काम किया। वर्ष 2012 में सीसीएम दीपक तेलतुमडे का बॉडीगार्ड बनाया गया। वर्ष 2012 से 2014 तक वह दीपक तेलतुमडे का बॉडीगार्ड रहा। वर्ष 2015 में उसने पुन: कोरची दलम में काम किया। वर्ष 2016 में टाण्डा एरिया कमेटी में करीब डेढ साल तक कार्य किया। वर्ष 2017 में मलाजखण्ड एरिया कमेटी में ट्रांसफर किया गया, जहां अब तक वह काम कर रहा था। जंगल में मूवमेंट के दौरान वह अपने पास 303 रायफल रखता था। वर्ष 2010 में थाना कोरची के ग्राम फुलगोंदी जंगल में डेरा में पुलिस पार्टी के साथ मुठभेड हुआ था। इस घटना में डीवीसी पहाड सिंह, रामदास, गोपी, दिनेश एव अन्य 15 लोग शामिल थे। अगस्त 2017 में थाना गातापार के ग्राम भावे घोडापाठ (हाथीगुडी) पहाडी जंगल में पुलिस नक्सली मुठभेड घटना में उपनिरीक्षक युगल िकशोर वर्मा एवं आरक्षक कृषलाल साहू शहीद हुए थे, जिसमें सीसी मेंबर दीपक तेलतुमडे , एसजेडसी सदस्य सुरेंद्रर , दामा उर्फ सुजानसिंह, चंदू उर्फ देवचंद, राकेश, प्रशांत सहित करीब 91 नक्सली शामिल थे।   

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