हाईकोर्ट की मुख्य पीठ से नहीं अलग होंगे 6 जिले - एक्टिंग चीफ जस्टिस ने खारिज किया प्रस्ताव

हाईकोर्ट की मुख्य पीठ से नहीं अलग होंगे 6 जिले - एक्टिंग चीफ जस्टिस ने खारिज किया प्रस्ताव

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Update: 2019-09-13 09:06 GMT
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डिजिटल डेस्क जबलपुर । हाईकोर्ट की मुख्य पीठ जबलपुर से अब 6 जिले अलग नहीं होंगे। एक्टिंग चीफ जस्टिस आरएस झा ने विधि विभाग की ओर से भेजे गए इस प्रस्ताव को खारिज कर दिया है। यह जानकारी हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष रमन पटेल और सचिव मनीष तिवारी ने दी है। 
प्रस्ताव को हाईकोर्ट का विखंडन बताते हुए विरोध किया था
उल्लेखनीय है कि विधि एवं विधायी विभाग के अतिरिक्त सचिव ने हाईकोर्ट को एक प्रस्ताव भेजा था। प्रस्ताव में कहा गया कि हाईकोर्ट की मुख्य पीठ जबलपुर के अंतर्गत आने वाले हरदा, हरसूद, खंडवा, बुरहानपुर और आष्टा को हाईकोर्ट की इंदौर खंडपीठ में शामिल किया जाए। जबलपुर के अधिवक्ताओं ने इस प्रस्ताव को हाईकोर्ट का विखंडन बताते हुए विरोध किया था। हाईकोर्ट बार एसोसिएशन, हाईकोर्ट एड्वोकेटस बार एसोसिएशन और जिला बार एसोसिएशन ने 3 सितंबर को न्यायिक कार्य से विरत रहने का निर्णय लिया था। 3 िसतंबर को हाईकोर्ट और जिला अदालत में वकीलों ने पैरवी नहीं की थी। अधिवक्ताओं ने चेतावनी दी कि यदि इस प्रस्ताव को जल्द निरस्त नहीं किया गया तो तीव्र आंदोलन किया जाएगा। 
हाईकोर्ट का विखंडन मंजूर नहीं 
हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के वरिष्ठ उपाध्यक्ष परितोष त्रिवेदी, शंभूदयाल गुप्ता, पंकज तिवारी, ओपी अग्निहोत्री, प्रमेन्द्र सेन, योगेश सोनी, मनोज कुमार रजक, अजितेश तिवारी, प्रियंका मिश्रा, यश सोनी, संगीता नायडू और अजय शुक्ला ने कहा है कि हाईकोर्ट का विखंडन मंजूर नहीं किया जाएगा। 
वकीलों की एकता की जीत 
जिला बार एसोसिएशन के अध्यक्ष सुधीर नायक और राजेश तिवारी ने कहा कि मुख्य पीठ जबलपुर से 6 जिले अलग होने का प्रस्ताव निरस्त होना वकीलों की एकता की जीत है। उपाध्यक्ष एचआर नायडू, मंजू सिंह, ज्ञान प्रकाश त्रिपाठी, गोपाल पटेल, अमित कुमार साहू , ज्योति कुरील, अजय दुबे, प्रदीप परसाई, मधु राणा, अमित आचार्य, मनोज शिवहरे और ऋषि कुमार सिंघाला ने कहा है कि जबलपुर की अस्मिता से होने वाले खिलवाड़ को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

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