पहाड़ी पर ले जाकर कुख्यात बदमाश की हत्या, दूसरे मामले में महिला वकील ने नशे में किया हंगामा

पहाड़ी पर ले जाकर कुख्यात बदमाश की हत्या, दूसरे मामले में महिला वकील ने नशे में किया हंगामा

Tejinder Singh
Update: 2019-07-24 16:08 GMT
पहाड़ी पर ले जाकर कुख्यात बदमाश की हत्या, दूसरे मामले में महिला वकील ने नशे में किया हंगामा

डिजिटल डेस्क, नागपुर। एमआईडीसी थानांतर्गत कुख्यात बदमाश काे पहाड़ी पर ले जाकर आधा दर्जन लोगों ने पत्थर से सिर कुचल कर हत्या कर दी। इससे जहां क्षेत्र में तनाव का माहौल है, वहीं गैंगवार भड़कने की आशंका व्यक्त की जा रही है। घटना के तुरंत बाद फरार हो रहे 4 आरोपियों को पुलिस ने पकड़ लिया है। घटना बर्चस्व को लेकर होने की बात कही जा रही है। पुलिस के अनुसार हिंगना रोड स्थित राजीव नगर निवासी संदीप हीराचंद बावनकर (22) कुख्यात बदमाश था। कई गंभीर मामलों में वह लिप्त रहा है। मंगलवार की रात संदीप के पड़ोस में ही उसके िमत्र का जन्मदिन था, जिससे रात करीब 10 बजे वह कुछ लड़कों के साथ बस्ती के ही चौक में गया था। चौक में एक नाबालिग युवक के साथ संदीप का विवाद हुआ। संदीप ने उसे दो चार तमाचे भी जड़ दिए। नाबालिग ने यह बात अपने साथियों को बताई, जिससे सन्नी उर्फ छोटा नस्सु, गणेश उर्फ बकरया, मुकेश हनवते और अक्षय सूर्यवंशी सभी राजीव नगर निवासियों ने संदीप को घेर लिया। बस स्थानक के पास संदीप की पिटाई की गई, उसके बाद समझौते के बहाने गले में हाथ डालकर उसे बस्ती के पास ही पहाड़ी पर ले जाया गया, मगर वहां पर भी विवाद होने से एक आरोपी ने संदीप के सिर पर पत्थर दे मारा। उसके बाद अन्य आरोपियों ने बड़े पत्थर से उसका सिर कुचल कर उसकी हत्या कर दी। संदीप को संतोष नामक एक भाई व दो विवाहित बहनें हैं। पिता किसी कंपनी में काम करते है। मां शकुंतला गृहिणी है। संतोष ने बताया कि रात में जब संदीप घर नहीं लौटा, तो परिजनों ने उसकी तलाश की। इस बीच घटना का खुलासा हो गया।

भाग रहे थे आरोपी

घटना का पता चलते ही आला पुलिस अधिकारी दल-बल के साथ मौके पर पहुंचे थे। इस बीच देर रात पुलिस को एक ही मोटरसाइकिल पर चार आरोपी जाते हुए दिखे। संदेह होने पर पुलिस ने उन्हें रोका। पूछताछ के दौरान उन्होंने बताया कि वह थाने में आत्मसमर्पण करने जा रहे थे, मगर पुलिस का मामना है कि वह फरार हो रहे थे। उसके पहले ही पुलिस ने उन्हें पकड़ लिया।

वर्चस्व के चक्कर में हुई घटना

घटना वर्चस्व को लेकर हुई है। अपराधिक गतिविधियों में लिप्त होने के कारण संदीप क्षेत्र में अपना वर्चस्व बढ़ाने में लगा हुआ था। घटना के पूर्व उसने नाबालिग से रुपए मांगने की भी बात की जा रही है। आए दिन वह उससे शराब के लिए रुपए मांगा करता था। प्रकरण में लिप्त आरोपी भी अापराधिक प्रवृति के हैं। क्षेत्र में ऐसे दोनों गुट सक्रिय हैं, जो अपना अपना वर्चस्व बढ़ाने में लगे हुए हैं। उसी चक्कर में यह हत्याकांड हुआ है। इससे क्षेत्र में गैंगवार भड़कने की आशंका व्यक्त की जा रही है।

चाकू छुपाते हुए कैमरे में कैद

बस स्थानक के पास सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं। घटित प्रकरण को लेकर कैमेरों को खंगाला गया, जिससे एक खंडहरनुमा कमरे में चाकू छुपाते हुए संदीप कैमरे में कैद हुआ है। इसको लेकर आरोपियों ने पुलिस को बताया कि अगर वह संदीप को नहीं मारते, तो वह उनमें से िकसी एक को मार देता। निरीक्षक भरत क्षिरसागर के मार्गदर्शन में सहायक निरीक्षक डेहनकर मामले की जांच कर रहे हैं। 

महिला अधिवक्ता ने थाने में किया हंगामा, नशे में आई थी तीन लोगों को छुड़वाने

उधर सक्करदरा थाने में देर रात एक महिला अधिवक्ता ने जमकर हंगामा किया। इससे हड़कंप मचा रहा। वह नशे में पकड़े गए तीन लोगों को छुड़वाने गई थी। पुलिस ने अधिवक्ता के खिलाफ सरकारी काम में दखलंदाजी करने का प्रकरण दर्ज िकया है।पुलिस के अनुसार बड़ा ताजबाग क्षेत्र में मंगलवार और बुधवार की दरमियानी रात चंद्रमणि नगर निवासी आकाश महेश यादव (26), अश्विन धनविजय (33) और शैलेष महादेव चवरे (33) बड़ा ताजबाग क्षेत्र में शराब के नशे में उत्पात मचा रहे थे। गश्ती के दौरान पुलिस उन्हें पकड़कर थाने ला कर पूछताछ कर रही थी, तभी तीनों से एक व्यक्ति ने अधिवक्ता सोनिया गजभिये (35) कुकड़े ले-आउट निवासी को फोन कर छुड़ाने के लिए थाने में बुलाया। रात करीब डेढ़ बजे गजभिये थाने पहुंची। उसके साथ एक महिला भी थी।

वर्दी उतरवाने की धमकी

सहायक निरीक्षक गज्जा और उपनिरीक्षक मात्रे ने बताया कि जब अधिवक्ता गजभिये थाने में आई, तब वह नशे में थी। बगैर िकसी दस्तावेजों के तीनों लोगों को छोड़ देने की बात करने लगी। बातचीत के दौरान वह अभद्रता से पेश आई और उन्हें वर्दी उतरवाने की धमकी दी गई। थाने में खुद के कपड़े फाड़कर पुलिस को झूठे मामले में फंसाने की धमकी गई दी, जबकी अधिवक्ता के साथ आई महिला बार-बार उन्हें समझाने का प्रयास कर रही थी, लेकिन वह बात मानने के मूड में नहीं थी। इसी हंगामे के बीच अधिवक्ता के पिता अमृत गजभिये भी थाने पहुंचे। उन्होंने भी अपनी अधिवक्ता पुत्री को समझाने का प्रयास िकया।

ब्लड सैंपल देने का किया विरोध

अधिवक्ता के नशे में होने से उसकी चिकित्सकीय जांच कराने के लिए मेडिकल अस्पताल ले जाया गया। प्रारंभिक चिकित्सकीय रिपोर्ट में उसके नशे में होने का खुलासा हुआ। इसके बाद चिकित्सकों ने उसका ब्लड़ सैम्पल लेना चाहा, मगर अधिवक्ता ने ब्लड सैम्पल देने का विरोध िकया। हंगामे में थानाकर्मी और अधिकारियों में भी हड़कंप मचा रहा। हालांकि घटना को लेकर संदेह भी व्यक्त िकया जा रहा है। इस प्रकरण को लेकर अधिवक्ता से संपर्क करने का प्रयास िकया गया, मगर उसका फोन बंद होने से संपर्क नहीं हो सका। जांच जारी है। 

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