हादसा : रामा डैम घूमने गए युवक की डूबने से मौत, गाज गिरने से बैल मृत

हादसा : रामा डैम घूमने गए युवक की डूबने से मौत, गाज गिरने से बैल मृत

Tejinder Singh
Update: 2020-08-02 10:40 GMT
हादसा : रामा डैम घूमने गए युवक की डूबने से मौत, गाज गिरने से बैल मृत

डिजिटल डेस्क, नागपुर। पांच मित्रों के साथ रामा डैम घूमने गए एक युवक की डैम में डूबने से मौत हो गई। मृतक का नाम विपुल वीरेंद्र पटेल (22), हनुमान नगर, बुटीबोरी निवासी है। शनिवार को सुबह करीब 11 घंटे की मशक्कत के बाद विपुल का शव पानी से बाहर निकाला गया। सूचना मिलते ही घटनास्थल पर बेला थाने की पुलिस पहुंची। घटना शुक्रवार को हुई। पुलिस के अनुसार  विपुल वीरेंद्र पटेल, आशीष बावणे (22), शुभम त्रिपाठी (22), तलमले ले-आउट, सतीश लांजेवार (21), शुभम कापसे (22),  सातगांव,  रोहित निंबुरकर (22), सिड़को बुटीबोरी निवासी शुक्रवार को दोपहर करीब 3 बजे रामा डैम परिसर में घूमने गए थे। सभी मित्रों की इच्छा डैम में तैरने की हुई। मित्र पानी में तैरने के लिए कूदे। सभी दोस्त विपुल से आगे निकल गए। विपुल पीछ रह गया और गहरे पानी में डूब गया। काफी देर जब विपुल पानी से बाहर नहीं निकला तो सभी घबरा गए। उन्होंने शोर मचाया, लेकिन मदद करने कोई नहीं पहुंचा। अंत में शुभम और रोहित मोटरसाइकिल से बेला थाने पहुंचे। थानेदार शिवाजी भांडवलकर को घटना के बारे में बताया। उपरांत पुलिस मौके पर पहुंची।  पुलिस ने प्रयास किया, लेकिन विपुल का शव नहीं मिला। शनिवार को सुबह पुलिस ने मछुआरों की मदद से विपुल का शव पानी से बाहर निकाला। 

पत्थर में फंसा था शव 

सुबह 5.30 बजे मछुआरे विपुल का शव खोजने पानी में उतरे। शव करीब 20 फीट नीचे पत्थरों में फंसा था।  शव बाहर निकालने के बाद  पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेजा गया। आकस्मिक मृत्यु का मामला दर्ज किया गया। बता दें कि, 3 साल पहले रामा डैम में नागपुर के 4 युवकों की डूबने से मौत हो गई थी।  

सभी जगह ध्यान नहीं रख सकते

हेमंत कुलकर्णी, प्रबंधक, रामा डैम के मुताबिक डैम परिसर में हुई घटना दु:खदायी है। कर्मचारियों की कमी से सभी जगह ध्यान रखना संभव नहीं है। यहां कर्मचारियों की मंजूर संख्या 44 है, पर प्रत्यक्ष में 2 कर्मचारी ही कार्यरत हैं। मेरे पास खुद तीन कार्यालयों का कार्यभार है।

पुलिस परिसर में गश्त करती है

शिवाजी भांडवलकर, थानेदार के मुताबिक पुलिस की परिसर में हमेशा गश्त रहती है। झाड़ियों वाले इलाके में उतना ध्यान नहीं जा पाता है। घटना दु:खदायी है। संभावित जगहों पर सूचना फलक लगाने चाहिए। युवाओं को भी अपनी सुरक्षा के बारे में ध्यान देने की जरूरत है। 

गाज गिरने से बैल की मौत

उधर हिंगना तहसील के किन्ही शिवार में शनिवार दोपहर को गाज गिरने से बैल की मौत हो गई।  बारिश के दौरान किसान दिलीप सेवकराम उमरेडकर के खेत में अचानक गाज गिरी जिससे खेत में चर रहा बैल चपेट में आ गया और उसकी मौत हो गई। साथ ही कपास की फसल को भी काफी नुकसान पहुंचा है। उप-सरपंच विनोद उमरेडकर ने घटना की जानकारी क्षेत्र के पटवारी और पशुसंवर्धन विभाग को दी। घटना स्थल पर पंचनामा किया गया।

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