ऋण दिलाने के नाम पर फर्जीवाड़ा करने वाला आरोपी सतना से हुआ गिरफ्तार 

ऋण दिलाने के नाम पर फर्जीवाड़ा करने वाला आरोपी सतना से हुआ गिरफ्तार 

Bhaskar Hindi
Update: 2020-09-23 12:50 GMT
ऋण दिलाने के नाम पर फर्जीवाड़ा करने वाला आरोपी सतना से हुआ गिरफ्तार 

 डिजिटल डेस्क सीधी। उद्योग विभाग के माध्यम से बैंक में ऋण दिलाने के नाम पर फर्जीवाड़ा करने वाले आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। घोटाले के बाद आरोपी 10 माह से फरार था जिसे सतना से पकड़कर कोतवाली लाया गया है। 
जानकारी के अनुसार जमोड़ी थाना अंतर्गत सुकवारी निवासी आरोपी अशोक सिंह उर्फ गगन द्वारा कुछ वर्ष पहले से उद्योग विभाग के माध्यम से बैंक में ऋण दिलाने के लिए लोगों से दस्तावेज हस्ताक्षर युक्त कराने के बाद सारी राशि खुद के खाते में डला ली जाती थी। मामले की शिकायत होने पर आरोपी की तमाम पताशाजी भी की जा रही थी लेकिन कही सुराग नहीं मिल रहा था। बताया गया है कि आरोपी लम्बे अर्से से यह कारोबार कर रहा था जो कि खुद लोगों से मिलकर ऋण दिलाने के नाम पर पैसा ऐंठने का काम करने के बाद खुद के खाते में पैसा डलवाकर लोगों को ठगी का काम कर रहा था। हितग्राहियों के पास जब बैंक से नोटिस आई तो उनके होश उड़ गये। मामले की जानकारी कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक तक पहुंची। पूरे मामले की जांच के निर्देश थाने को दिया गया वहीं बैंक एवं उद्योग विभाग को भी नोटिस जारी कर मामले की जानकारी मांगी गई। इसी बीच भनक लगते ही आरोपी अशोक सिंह उर्फ गगन फरार हो चुका था। जिसे कि पता करने पर कोतवाली पुलिस द्वारा सतना जिले से उसके ननिहाल से गिरफ्तार कर कोतवाली लाया गया है।
नोटिस मिलने पर खुली फर्जीवाड़े की पोल
मामले की जानकारी देते हुए डोल कोठार निवासी कमलेश सिंह चौहान ने बताया कि अशोक सिंह उर्फ गगन निवासी सुकवारी द्वारा उनसे यह कहकर दस्तावेज मांगते हुए हस्ताक्षर कराया गया कि आपको जीरो प्रतिशत में ऋण दिला देंगे। उनके द्वारा ऋण दिलाने के नाम पर मैने हस्ताक्षर कर कागजात दे दिया लेकिन जब पता चला कि बंैक द्वारा हमे 25 लाख ऋण लेने की नोटिस दी गई तो हमारे होश उड़ गये। उसने बताया कि कही न कहीं बैंक एवं विभाग की सेटिंग माना जा सकता है। हमने तमाम शिकायत किया परन्तु कोई सुनवाई नहीं हुई। अंतत: पुलिस अधीक्षक पंकज कुमावत के बाद आरोपी की गिरफ्तारी हुई है। उन्होने बताया कि यह ऋण डोल में फैक्ट्री डालने के नाम पर लेना दर्शाया गया है जो कि फर्जी कोटेशन लगाकर सारा कारनामा किया गया है। कमलेश ने बताया कि वे खुद विकलांग हैं, ऋण में विकलांगता का 8 लाख रूपये छूट दिखाकर शेष राशि खाते से ली जा रही थी। मुंबई में साल भर वे मजदूरी कर जब राशि खाते में डालते थे तो बैंक द्वारा राशि निकाल ली जाती थी। पता करने पर मालुम हुआ कि यह राशि ऋण लेने के एवज में ली जा रही है। संबंधित से जब बात की गई तो उनका पता ही नहीं चला। जिस वजह से मेरे द्वारा शिकायत की गई है। 
इनका कहना है 
थाने में पांच माह पहले अशोक सिंह उर्फ गगन के खिलाफ धोखाधड़ी की शिकायतें आईं थी। उसके आधार पर उसकी पतासाजी करने के बाद गिरफ्तारी की गई है। उसके द्वारा कितनी राशि हड़पी गई है यह समस्त जानकारी बुधवार तक मीडिया को उपलब्ध करा दी जाएगी। फिलहाल धोखाधड़ी के मामले में आरोपी की गिरफ्तारी की गई है।
अंजुलता पटले अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, सीधी।
 

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