भोपाल, इंदौर, ग्वालियर व उज्जैन के बाद अब जबलपुर नॉन अटेनमेंट सिटी घोषित सीपीसीबी का निर्णय

भोपाल, इंदौर, ग्वालियर व उज्जैन के बाद अब जबलपुर नॉन अटेनमेंट सिटी घोषित सीपीसीबी का निर्णय

Bhaskar Hindi
Update: 2020-08-06 09:56 GMT
भोपाल, इंदौर, ग्वालियर व उज्जैन के बाद अब जबलपुर नॉन अटेनमेंट सिटी घोषित सीपीसीबी का निर्णय

डिजिटल डेस्क जबलपुर । केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड नई दिल्ली ने जबलपुर शहर को नॉन अटेनमेंट सिटी चिन्हित किया है। प्रदेश के भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, उज्जैन और देवास के बाद अब शहर जबलपुर भी नॉन अटेनमेंट सिटी बन गया है। नॉन अटेनमेंट सिटी में वायु प्रदूषण की गुणवत्ता खराब मानी जाती है और यहाँ सीपीसीबी के तहत वे सारे उपाए किए जाते हैं जिससे  वायु प्रदूषण पर लगातार नजर रखते हुए उसका स्तर सुधारा जा सके। 
 शहर नॉन अटेनमेंट सिटी घोषित होने के बाद संभागायुक्त कार्यालय में एक बैठक का आयोजन हुआ। बैठक में संभागायुक्त महेशचंद्र चौधरी ने शहर के विभिन्न स्थानों पर स्मार्ट पोल  लगाकर वायु मापन एवं अन्य डाटा संग्रहित कर डिस्प्ले किए जाने, एलईडी डिस्प्ले बोर्ड की संख्या बढ़ाने एवं उसे स्मार्ट सिटी से लिंक करने, शहर में संचालित पीयूसी सेंटर्स को इन्टीग्रेटेड कर स्मार्ट सिटी से लिंक करने निर्देशित किया । 
एमपीपीसीबी ने दिया पॉवर प्वॉइंट प्रजेन्टेशन
बैठक में एमपीपीसीबी के वैज्ञानिक पीआर देव ने नॉन अटेनमेंट सिटी के संबंध में पॉवर प्वॉइंट प्रजेन्टेशन के जरिए जानकारी दी। क्षेत्रीय अधिकारी मप्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड डॉ. पीएस बुंदेला ने सभी विभागों द्वारा की जा रही कार्यवाही की विस्तृत जानकारी दी। बैठक में कलेक्टर भरत यादव, अपर आयुक्त नगर निगम रोहित सिंह, महाप्रबंधक जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र देवव्रत मिश्रा,  मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी रत्नेश कुकरिया, डॉ. एसके खरे सहित अन्य मौजूद रहे। 
 

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