मंडला: कृषि विभाग ने किसानों के लिये जारी की समसामयिक सलाह

मंडला: कृषि विभाग ने किसानों के लिये जारी की समसामयिक सलाह

Aditya Upadhyaya
Update: 2020-09-12 09:46 GMT
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डिजिटल डेस्क, मंडला। मंडला कृषि विभाग ने किसानों के लिए वर्तमान समय के अनुसार कृषि संबंधी समसामयिकी सलाह जारी की है। एडवाईजरी में कहा गया है कि इस समय में उमष अधिक होने के कारण फसलों में कीडों तथा बीमारी का प्रकोप बहुतायत मात्रा में बढ़ रहा है। ऐसे स्थिति में जिन खेतो में माहू का प्रकोप है वहां पर यूरिया का उपयोग न करें। सबसे पहले माहूं का नियंत्रण करें, तत्पश्चात् फिर यूरिया डालें। इसी प्रकार धान की फसलों में ब्लास्ट बीमारी देखने में मिल रही है जिन खेतों में ब्लास्ट का प्रभाव है वहां भी यूरिया का उपयोग नहीं करना चाहिये ऐसी स्थिति में सबसे पहले ब्लास्ट बीमारी का रोक थाम करें तथा जब बीमारी का नियंत्रण हो जाये तब यूरिया का उपयोग करें। इसी प्रकार इस समय खेतों में केश वर्म का प्रभाव देखने में आ रहा है। यदि पेड़ के नीचे खेत में पानी भरा है तो पानी की निकासी करे तथा कीटनाशक दवा का स्प्रे करें। करपा (झुलसा रोग) - पोधों से लेकर दाने बनने की अवस्था तक इस रोग का आक्रमण होता है। इस रोग का प्रभाव मुख्यतः पत्तीओं, तने की गाठें, बाली पर आँख के आकार के धब्बे बनते है। बीच में राख के रंग तथा किनारों पर गहरे या लालिमा लिये होते है। रोकथाम - खड़ी फसल में रोग के लक्षण दिखाई देने पर ट्राई साइकलाजोल 1 ग्राम या कार्बेन्डाजिम 2 ग्राम प्रति लीटर पानी में घोल बनाकर छिड़काव करें। भूरा धब्धा रोग - मुख्य रूप से यह रोग पत्तियों, पर्णछंद तथा तनों पर आक्रमण करता है जिससे पत्तियों पर गोल अण्डाकार, आयताकार छोटे भूरे धब्बे बनते है तथा पत्तियां झुलस जाती है। रोकथाम - खड़ी फसल पर लक्षण दिखते ही कार्बेन्डाजिम/मेनकोजेब 3 ग्राम प्रति लीटर पानी में घोल बनाकर छिड़काव करें। खैरा रोग - जस्ते की कमी वाली खेतों में पौधरोपण के 2 हफ्तों के बाद ही पुरानी पत्तीयों के आधार भाग पर हल्के पीले रंग के धब्बे बनते है जो बाद में कत्थई रंग के हो जाते हैं जिसे पौधा बोना रह जाता है तथा कन्से कम निकलते हैं। रोकथाम - खैरा रोग के नियंत्रण के लिए 20-25 कि.ग्रा. जिंक सल्फेट प्रति हेक्टर बुआई के पूर्व डालना चाहिए। खड़ी फसल में 1000 लीटर पानी में 5 कि.ग्रा. जिंक सल्फेट 2.5 कि.ग्रा. बिना बुझा चूना के घोल बनाकर मिश्रण बनाले तथा 2 कि.ग्रा. यूरिया मिलाकर छिड़काव करें।

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