शराब पीने वाले को जाना पड़ेगा जेल, महिला संगठन ने गांव में की शराब बंदी

शराब पीने वाले को जाना पड़ेगा जेल, महिला संगठन ने गांव में की शराब बंदी

Bhaskar Hindi
Update: 2019-01-15 12:03 GMT
शराब पीने वाले को जाना पड़ेगा जेल, महिला संगठन ने गांव में की शराब बंदी

डिजिटल डेस्क, मंडला। नशा विनाश की जड़ है, यह बात निवास विकासखंड की ग्राम पंचायत सतपहरी की महिलाओं ने समझी और ग्राम महुआटोला में शराब पर प्रतिबंध लगा दिया, यहां अब शराब बेचने, खरीदने और पीने की मनाही है। शराब के उपयोग पर जुर्माना लगाया जाएगा। यही नहीं अगर इसके बाद भी नही समझे तो जेल की हवा खानी पड़ेगी। महिलाओ के इस फैसले के बाद महुआटोला में शराब बंदी हो गई है।

जानकारी के मुताबिक निवास विकासखंड के सतपहरी पंचायत के ग्राम महुआटोला की आबादी करीब 350 है। यहां शराब के नशे में आये दिन विवाद होते थे। यहां बच्चे भी शराब के आदि बन रहे थे। परिवार में घरेलू हिंसा और कलह देखने मिलती थी। गांव में अशांति का माहौल बना रहता था। गांव की सुशीलाबाई, चंद्रवती बाई, जानकी बाई संतोषी बाई, श्याम बाई ने शराब बंदी कर गांव में विवाद रोकने की लिये पहल की। महिला ने एकत्र होकर संगठन बनाया है। गांव मे सिंतबर 2018 में बैठक बुलाई गई। जिसमें निर्णय लिया गया कि शराब बनाना, बेचना, खरीदना और पीना यहां अपराध की श्रेणी में आयेगा। अब चार माह से गांव में शराब बंदी हो चुकी है।

गांव में कोई भी व्यक्ति शराब का सेवन नहीं कर रहा है। शराब विक्रय और बनाई भी नही जा रही है। इसके बेहतर परिणाम सामने आ रहे है। पिछले चार माह में कोई भी विवाद नही हुये है। परिवार में भी अमन चैन हो गया है। गांव महुआटोला नशा मुक्ति की ओर बढ़ गया है। महिला संगठन लगातार निगरानी बनाये हुये है। शराब का नशा करने वाले पुरूष अब शराब पीने की हिम्मत नही जुटा पा रहे है। जिससे गांव में शराब के प्रकरण सामने आना बंद हो गये हैं।

नहीं माने तो जाएगे जेल
महिलाओ ने बताया है कि शराब के सेवन, विक्रय और बनाने पर जुर्माना का प्रावधान महिला संगठन ने किया है। दोषी पर पांच हजार का जुर्माना लगाया जाएगा। पंचायत भी महिलाओं का साथ दे रही है। अगर कोई शराब पीकर महिलाओं से विवाद करेगा तो महिला विरोध करेगी। इसके साथ पंचायत भी एफआईआर दर्ज करायेगी। जिससे जेल की हवा खानी पड़ेगी। पंचायत का साथ मिल जाने के बाद महिलाएं अब और सशक्त हो गई है। यहां महुआटोला में शराब का उपयोग महंगा पड़ेगा।

प्रोत्साहन की भी व्यवस्था
महिलाओं के संगठन ने शराब के प्रतिबंध को और भी प्रभावी बनाने के लिए प्रोत्साहन की भी व्यवस्था बनाई है। शराब पीने, विक्रय करने और बनाने वाले का नाम बताने वाले को  महिला संगठन उसे 500 रुपए देगी। इस प्रोत्साहन की घोषणा के बाद छुपकर शराब पीना और बेचना मुश्किल हो गया है।

इनका कहना है
महुआटोला में महिला संगठन से शराब बनाने, पीने और बेचने पर प्रतिबंध लगाया है, गांव में हो रहे विवादो का देखते हुये सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया है,  जुर्माने का प्रावधान किया गया है। चार माह से गांव में शराब बंदी हो चुकी है। कोई भी प्रकरण सामने नही आये है, विवाद भी नही हो रहे है।
बारेलाल तेकाम, सरपंच ग्राम सतपहरी

 

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