शिवसेना पर लगाया हप्ता वसूली का आरोप, आदित्य ने MNS को बताया - टाईमपास टोली
शिवसेना पर लगाया हप्ता वसूली का आरोप, आदित्य ने MNS को बताया - टाईमपास टोली
डिजिटल डेस्क, मुंबई। मनसे ने शिवसेना पर उपनगर के विक्रोली में फेरीवालों से हफ्ता वसूली का आरोप लगाया है। इस आरोप पर मनसे को भाजपा का साथ मिला है। जबकि शिवसेना की ओर से प्रदेश के पर्यटन मंत्री आदित्य ठाकरे ने पलटवार करते हुए मनसे को टाइम पास टोली करार दिया है। गुरुवार को मनसे महासचिव संदीप देशपांडे ने विक्रोली में शिवसेना के शाखा क्रंमाक 118 द्वारा फेरीवालों से प्रतिदिन दस-दस रुपए हफ्ता वसूली करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि फेरीवालों को दस रुपए लेने के बाद रसीद दी जाती है। इस रसीद पर शिवसेना प्रमुख दिवंगत बालासाहब ठाकरे, मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, पर्यावरण मंत्री आदित्य ठाकरे, शिवसेना के विक्रोली के विधायक सुनील राऊत और मुंबई मनपा में शिवसेना के नगरसेवक उपेंद्र सावंत की तस्वीर है।
देशपांडे ने कहा कि मेरी आंखों में आंसू आ रहे हैं कि इस रसीद पर बालासाहब का नाम है। यदि बालासाहब की तस्वीर लगाकर हफ्ता वसूली शुरू है तो शिवसेना को बालासाहब का नाम लेने अथवा उनकी तस्वीर लगाने का अधिकार नहीं है। देशपांडे ने कहा हफ्ता वसूली करने वालों के खिलाफ कठोर से कठोर सजा मिलनी चाहिए। राज्य सरकार को इस मामले का गंभीर रूप से संज्ञान लेना चाहिए। इसमें राज्य के गृहमंत्री अनिल देशमुख को भी ध्यान देना चाहिए। मनसे के पदाधिकारी भी इस मामले में स्थानीय पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराएंगे। देशपांडे ने कहा कि रसीद पर सार्वजनिक पथ के इस्तेमाल और कचरा निर्मूलन के लिए वसूली करने की बात लिखी गई है लेकिन शिवसेना को यह वसूली करने का अधिकार किसने दिया है?
वहीं विधानसभा में विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि मुझे मनसे के आरोप के बारे में नहीं मालूम है लेकिन शिवसेना पर हफ्ता वसूली का आरोप हमेशा लगा है। दूसरी ओर पर्यटन मंत्री आदित्य ठाकरे ने कहा कि मुझे मालूम नहीं है कि मनसे पार्टी है या फिर संगठन। टाइम पास टोली होगी। मनसे के कार्यकर्ता भी अपनी पार्टी पर ध्यान नहीं देते हैं। इसलिए मुझे नहीं लगता है कि मनसे पर ध्यान देने की जरूरत है।
टाईमपास इसे कहते हैः मनसे
इसके जवाब में मनसे की तरफ से पार्टी के महासचिव कीर्तिकुमार शिंदे ने मुंबई मनपा के हर चुनाव में शहरवासियों को अच्छी सड़क, बगीचा और स्कूल देने का आश्वासन देने को टाइम पास कहते हैं। औरंगाबाद का नाम संभाजीनगर करने की घोषणा करके शिवसेना ने 30 साल का समय बीता दिया इसको टाइम पास कहते हैं। कोरोनाकाल में प्रत्यक्ष मदद छोड़कर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे उठते-बैठते फेसबुक लाइव कर रहे थे इसको टाइम पास कहते हैं।