अनाथपिडंक की धम्म रैली ने 25 दिन में तय किया 1500 किमी सफर, समापन 12 को

अनाथपिडंक की धम्म रैली ने 25 दिन में तय किया 1500 किमी सफर, समापन 12 को

Anita Peddulwar
Update: 2018-08-10 05:48 GMT
अनाथपिडंक की धम्म रैली ने 25 दिन में तय किया 1500 किमी सफर, समापन 12 को

डिजिटल डेस्क, नागपुर। अनाथपिंडक परिवार की ओर से 15 जुलाई से निकाली जा रही धम्म रैली ने शहर और जिले में करीब 1500 किमी. का सफर तय किया है। समापन रैली 12 अगस्त को निकाली जाएगी, जिसमें धम्मशक्ति का विराट दर्शन होगा। समापन रैली में करीब 50 हजार लोग शामिल होंगे। यह बात धम्म रैली के समन्वयक भदंत बुद्धविजय ने पत्र-परिषद में कही। उन्होंने बताया कि धम्मरैली ने शहर के अलावा पहली बार ग्रामीण क्षेत्र में भ्रमण किया।

जिले में भ्रमण करेगी रैली
जिले के कामठी, कन्हान, महादुला, कोराडी, नांदा, पांजरा, बोखारा, सावनेर, गुजरखेड़ी, डब्ल्यूसीएल, काटोल, घोगली, कलमेश्वर, येरला, वाड़ी, दत्तवाड़ी, टेकड़ीवाड़ी, आठवां मैल, इसासनी, राजीवनगर, वानाडोंगरी, हिंगना, उमरेड, कारगांव, भिवापुर, बुटीबोरी, सातगांव में धम्म रैली निकाली गई। रैली का नेतृत्व बुद्धविजय (पी.एस. खोब्रागडे) ने किया। समन्वयक के रूप में ज्ञानज्योति (रामदिघी), भदंत सिद्धार्थ, भदंत शीलरक्षित, भदंत महेंद्ररत्न उपस्थित थे।

हर गांव में भिक्खु संघ को भोजनदान किया गया। ज्ञानज्योति ने धम्मदेसना दी। रैली के समापन कार्यक्रम को बुद्धविजय ने संबोधित किया। पत्र-परिषद में सागर डबरासे, अमन कांबले तथा श्यामराव हाडके, राजेश झोड़ापे, शिशुपाल कोल्हटकर उपस्थित थे। रैली को सफल बनाने के लिए साहेबराव सिरसाठ, धम्मपाल वालके, विलास देशभ्रतार, सुभाष हाडके प्रयास कर रहे हैं।

हर हाथ में होगा पंचशील ध्वज
भदंत बुद्धविजय ने कहा कि रैली का मुख्य उद्देश्य समाज की आर्थिक, शैक्षणिक और धार्मिक दृष्टि से जनजागरण करना है। समापन रैली 12 अगस्त को सुबह 9 बजे जरीपटका स्थित भीम चौक से निकाली जाएगी जिसमें करीब 50 हजार लोग शामिल होंगे। रैली में शामिल लोग शांति का प्रतीक पंचशील ध्वज लेकर चलेंगे। रैली जरीपटका के भीम चौक स्थित डॉ. बाबासाहब आंबेडकर की प्रतिमा परिसर से निकलकर इंदोरा चौक, गड्‌डीगोदाम चौक, संविधान चौक, वेरायटी चौक, लोकमत चौक, रामदासपेठ मार्ग होते हुए दीक्षाभूमि पहुंचने के बाद सभा में तब्दील हो जाएगी। 13 अगस्त को श्रामणेर-श्रामणेरी कार्यशाला होगी। प्रास्ताविक भंदत बुद्धविजय करेंगे। भदंत ज्ञानज्योति का धम्मदेसना होगा।


 

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