एक ही भवन में संचालित हो रहा आंगनबाड़ी और विद्यालय, अव्यवस्थाओं के बीच हो रही है पढ़ाई

एक ही भवन में संचालित हो रहा आंगनबाड़ी और विद्यालय, अव्यवस्थाओं के बीच हो रही है पढ़ाई

Bhaskar Hindi
Update: 2018-07-26 08:40 GMT
एक ही भवन में संचालित हो रहा आंगनबाड़ी और विद्यालय, अव्यवस्थाओं के बीच हो रही है पढ़ाई

डिजिटल डेस्क, अनूपपुर। जुलाई माह से विद्यालयों में बच्चों का पहुंचना प्रारंभ हो गया है तथा विद्यालयों में शैक्षणिक गतिविधियों का संचालन भी प्रारंभ हो गया है। लेकिन जिले में शिक्षा व्यवस्था का हाल बेहाल है। विद्यालय भवन सहित अन्य बुनियादी सुविधाएं नहीं होने के कारण शैक्षणिक कार्य प्रभावित हो रहे हैं। साथ हीं इन क्षेत्रों में कोई अन्य विकल्प नहीं होने के कारण बच्चों को मजबूरन शिक्षा प्राप्त करने के लिए इन अव्यवस्थाओं के बीच पढ़ाई करने के लिए विवश होना पड़ता है।

जैतहरी जनपद अंतर्गत ग्राम पंचायत वेंकटनगर में स्थित प्राथमिक विद्यालय लाइनपार स्थित है। यहां पहली से 5वीं तक की कक्षाएं संचालित हो रही हैं, लेकिन बच्चों के बैठने के लिए मात्र एक कमरा उपलब्ध है। एक कमरे में सभी बच्चों के बैठने की वजह से सबसे बड़ी परेशानी यह होती है कि शिक्षकों को एक साथ सभी बच्चों की कक्षाएं लेनी पड़ती है। जिस वजह से 1 से 5वीं कक्षा के सभी विद्यार्थियों को परेशानियों के बीच अध्ययन करना पड़ता है। वहीं विद्यालय के लिए भवन न होने के कारण इसका संचालन बीते 3 वर्षों से आंगनबाड़ी में किया जा रहा है। जहां एक साथ आंगनबाड़ी तथा विद्यालय का संचालन करने की मजबूरी बनी हुई है। 

विद्यालय व आंगनबाड़ी का संचालन एक कमरे में वेंकटनगर में स्थित प्राथमिक विद्यालय लाइनपार में वर्तमान शैक्षणिक सत्र में 31 विद्यार्थी दर्ज हैं जिनमें कक्षा 1 से 5 तक के छात्र-छात्राएं शामिल हैं। वहीं आंगनबाड़ी में 20 बच्चों का दाखिला कराया गया है। इस तरह से एक कमरे में 51 बच्चे बैठते हैं तथा आंगनबाड़ी में छोटे बच्चों के साथ प्राथमिक कक्षाओं में पढ़ने वाले बच्चों की भी कक्षाएं लगती है। जहां आंगनबाड़ी के छोटे नौनिहालों के शोर शराबे के कारण प्राथमिक कक्षाएं प्रभावित होती है। 

दो शिक्षक व एक कार्यकर्ता लेते हैं कक्षाएं 
आंगनबाड़ी केन्द्र तथा प्राथमिक विद्यालय का संचालन एक साथ होने के कारण बच्चों को पढ़ाई अपना ध्यान लगाने में परेशानियों का सामना करना पड़ता है। क्योंकि एक तरफ जहां प्राथमिक विद्यालय में एक ही कमरे में दो शिक्षक अलग-अलग कक्षाओं के बच्चों को पढ़ाते हैं। वहीं आंगनबाड़ी केन्द्र के कार्यकर्ता द्वारा भी बच्चों को प्राथमिक ज्ञान देने के लिए उनकी कक्षाएं लगाई जाती हैं। ऐसे में छोटे से कमरे में 3 कक्षाओं का संचालन होने से सभी विद्यार्थी पढ़ाई मे ध्यान नहीं लगा पाते। 

3 वर्षों से जारी अव्यवस्था 
वेंकटनगर में यह व्यवस्था बीते 3 वर्षो से जारी है जहां बच्चे मजबूरी के चलते अध्ययन करने के लिए विवश हैं। पूर्व में विद्यालय का संचालन विद्यालय भवन में ही होता था, लेकिन विद्यालय भवन के जर्जर हो जाने के कारण बच्चों की सुरक्षा के लिहाज से विभाग द्वारा इसे आंगनबाड़ी केन्द्र में संचालित किया जा रहा है। 3 वर्षों में न तो विद्यालय की मरम्मत की और न ही नया विद्यालय भवन बनाया गया। विभागीय अधिकारियों की उदासीनता  से इस क्षेत्र के बच्चों को इस परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। 

इनका कहना है
आपके द्वारा ही मामले की जानकारी मिली है जल्द ही प्राथमिक विद्यालय का निरीक्षण कर उसके संचालन के लिए कोई वैकल्पिक व्यवस्था की जाएगी। 
हेमन्त खैरवार, समन्वयक सर्व शिक्षा अभियान

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