दहेज लोभियों ने ली नव विवाहिता की जान, हत्या कर फंदे में लटकाई थी लाश

दहेज लोभियों ने ली नव विवाहिता की जान, हत्या कर फंदे में लटकाई थी लाश

Bhaskar Hindi
Update: 2018-06-11 07:52 GMT
दहेज लोभियों ने ली नव विवाहिता की जान, हत्या कर फंदे में लटकाई थी लाश

डिजिटल डेस्क, सतना। एक और नवविवाहिता दहेज के दानव का शिकार बन गई, चार पहिया वाहन की मांग पूरी न करने पर पति ने मां-बाप व जीजा के साथ मिलकर महिला को मौत के घाट उतार दिया। यह सनसनीखेज घटना मैहर थाना क्षेत्र के सरला नगर में सामने आयी। जिस पर हत्या व साक्ष्य मिटाने की धाराओं के तहत कायमी करते हुए पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।

इस संबंध में SDOP अरविंद तिवारी ने बताया कि 6 जून की रात को डायल 100 पर खबर आयी थी कि सुधा पटेल पति विपिन 23 वर्ष निवासी कारी तलाई थाना विजयराघवगढ़ जिला कटनी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है। जिस पर पुलिस को मौके पर भेजकर पंचनामा कार्यवाही कराते हुए शव को सिविल अस्पताल की मरचुरी में रखवा दिया गया था। अगले दिन पोस्टमार्टम के पश्चात शव को परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया।

लेकिन जब 9 जून को पीएम रिपोर्ट आयी, तो मौत फांसी लगने से नहीं बल्कि सिर के पीछे किसी भारी चीज से चोट पहुंचाए जाने की बात पता चली। लिहाजा मृतिका के पिता बालमीक सिंह पटेल निवासी हरदासपुर की शिकायत पर अपराध क्रमांक 330/18 धारा 302,304 बी, 201,34 व 494 ए पंजीबद्ध कर आरोपी पति विपिन कुमार पटेल 27 वर्ष, ससुर मोतीलाल पटेल पुत्र गैवीराम 56 वर्ष, सास मुन्नीबाई पटेल 52 वर्ष निवासी कारी तलाई हाल बैंक कालोनी सरला नगर व विपिन के जीजा शैलेन्द्र पटेल पुत्र केशव पटेल 32 वर्ष निवासी खैरा को गिरफ्तार कर लिया गया। जिन्होंने कड़ी पूछताछ में जुर्म स्वीकार कर लिया।

मांग रहे थे बोलेरो
गौरतलब है कि कारी तलाई निवासी मोतीलाल पटेल मैहर सीमेंट में नौकरी करता है और कंपनी की तरफ से मिले आवास में परिवार के साथ रहता था। लगभग ढाई वर्ष पूर्व हरदासपुर के बालमीक सिंह पटेल ने अपनी पुत्री सुधा 23 वर्ष का विवाह उसके बेटे विपिन पटेल से कर दिया था। तब हैसियत के मुताबिक काफी दान-दहेज भी दिया था। लेकिन शादी के बाद से ही ससुराल वालों की तरफ से कोई न कोई मांग होती रहती थी, जिसको लेकर पति व सास- ससुर के द्वारा सुधा के साथ अमानवीय वर्ताव किया जाता था। उसने कई बार पिता से भी आपबीती सुनाई तो बालमीक ने दामाद और उसके परिवार वालों को समाइश भी दी परंतु हालात नहीं सुधरे।

दामाद की मांग पर गर्वमेंट कांट्रेक्टर का लाइसेंस बनवाने के लिए 30 हजार रुपए और ढाई लाख की सेंटरिंग का सामान खरीद कर दिया था। इसके बावजूद विपिन का रवैया नहीं बदला। वह चार पहिया वाहन दिलाने के लिए पत्नी पर जुल्म करता रहा, जिससे तंग आकर सुधा कुछ दिनों के लिए मायके भी चली गई थी। बाद में पिता व रिश्तेदारों ने समझा बुझाकर ससुराल भेज दिया था। तब उन्हें शायद ही इस बात का आभास रहा होगा की बेटी को पति के घर नहीं बल्कि मौत के मुंह में भेज रहे हैं।

सिर पर भारी चीज से किया हमला
6 जून की शाम को भी बोलेरो की मांग पूरी न होने से नाराज विपिन अपने माता पिता व जीजा के साथ मिलकर सुधा को प्रताड़ित कर रहा था। तब उसने विरोध किया तो आरोपियों ने मारपीट करते हुए भारी चीज से सिर के पीछे हमला कर दिया, जिससे नवविवाहिता की मौके पर ही मौत हो गई। इस घटना से घबराए चारों लोगों ने हत्या को आत्महत्या का रुप देने के लिए सुधा की साड़ी का फंदा बनाया और पंखे से लटका दिया। फिर कुछ देर में ही लाश को उतारकर फर्श पर रख दिया।

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