निजी संस्था को सौंदर्यीकरण का काम मनपा अधिकारियों को नहीं जानकारी

बदहाली छिपाने का कारनामा निजी संस्था को सौंदर्यीकरण का काम मनपा अधिकारियों को नहीं जानकारी

Tejinder Singh
Update: 2022-02-22 13:07 GMT
निजी संस्था को सौंदर्यीकरण का काम मनपा अधिकारियों को नहीं जानकारी

डिजिटल डेस्क, नागपुर। मनपा के उद्यान विभाग की लापरवाही को लेकर मामले सुर्खियों में आते हैं, लेकिन ताजा मामले में उद्यान विभाग ने 8 साल पहले लाखों के सौंदर्यीकरण की बदहाली को छिपाने का कारनामा कर दिखाया है। पिछले साल निजी संस्था को सौंदर्यीकरण कर देखभाल की जिम्मेदारी उद्यान विभाग ने दी है, लेकिन पूरे मामले में धरमपेठ जोन कार्यालय को कोई दस्तावेज सौंपने या जानकारी देने का प्रयास नहीं किया गया। 7 जनवरी को केंद्रीय मंत्री नितीन गडकरी के हाथों लोकार्पण करने की तैयारी भी की गई, लेकिन धरमपेठ जोन द्वारा लोकार्पण का खर्च उठाने से इनकार करने के बाद कार्यक्रम को रद्द कर दिया गया। सूचना के अधिकार में सौंदर्यीकरण को लेकर धरमेपठ जोन से जानकारी मांगने पर उद्यान विभाग की लापरवाह कार्यप्रणाली उजागर हुई है।

दो विभागों के पेंच में लोकार्पण नहीं

मनपा के उद्यान विभाग से आठ साल पहले निर्मित प्रतिकृति को अब हटा दिया गया है। उद्यान विभाग ने पूरे मामले में धरमपेठ जोन कार्यालय को जानकारी तक नहीं दी। निजी संस्था के प्रस्ताव और प्रशासन की मंजूरी के दस्तावेज भी नहीं सौंपे। हाल ही में आरटीआई में आवेदन आने पर धरमपेठ जोन कार्यालय को निजी संस्था को सौंपे जाने की जानकारी मिली है। उद्यान विभाग की मनमानी के चलते विगत 7 जनवरी को आयोजित लोकार्पण को भी रद्द करना पड़ा था। स्वतंत्रता के अमृत महोत्सव के अवसर पर केंद्रीय मंत्री नितीन गडकरी के हस्ते लोकार्पण होना था, लेकिन धरमपेठ जोन कार्यालय ने लोकार्पण के खर्च को वहन करने से इनकार कर दिया जिसके कारण लोकार्पण को रद्द करना पड़ा है।

आनन-फानन में निजी संस्था को सौंपा : तांगे की प्रतिकृति की बदहाली को देखकर माहेश्वरी सेवा संघ के अध्यक्ष मथुरादास पनपालिया ने स्वखर्च से महेश चौक के रूप में सौंदर्यीकरण का प्रस्ताव रखा था। इस संबंध में उद्यान विभाग को 16 फरवरी 2021 को पत्र भी दिया गया था। पत्र में चिल्ड्रन ट्रैफिक पार्क के समीप वाय प्वाइंट को सौंदर्यीकरण कर तीन साल के लिए देखभाल के लिए मांगा गया। पत्र मिलने के बाद उद्यान विभाग ने धरमपेठ जोन कार्यालय को बगैर कोई जानकारी दिए सौंदर्यीकरण को मंजूरी भी दे डाली। हैरानी की बात यह है कि उद्यान विभाग के दस्तावेजों में दूसरे ही दिन 17 फरवरी को उद्यान अधीक्षक अमोल चौरपगार ने प्रस्ताव को मंजूरी देकर अतिरिक्त आयुक्त जलज शर्मा को भेज दिया। अतिरिक्त आयुक्त जलज शर्मा ने प्रस्ताव को 25 फरवरी को मंजूरी देकर आयुक्त राधाकृष्णन बी. की मंजूरी के लिए भेजा। आयुक्त ने स्थायी समिति के 19 अक्टूबर 2013 को पारित प्रस्ताव क्रमांक 211 के आधार पर निजी संस्था को सौंदर्यीकरण के लिए सौंपने की मंजूरी भी दे डाली। उद्यान अधीक्षक अमोल चौरपगार ने पूरे मामले में आला अधिकारियों को पुराने सौंदर्यीकरण को लेकर कोई भी जानकारी तक नहीं दी है।

करीब आठ साल पहले मनपा प्रशासन ने शहर में सौंदर्यीकरण अभियान आरंभ किया था। इसके तहत तत्कालीन दो नगरसेवकों ने भी अपने क्षेत्र में विकास का प्रस्ताव दिया था। इसके तहत करीब 20 लाख रुपए की निधि से एक नगरसेवक ने महाराजबाग के समीप चौराहे पर सौंदर्यीकरण कराने के बाद मादा शेर और दो शावक की प्रतिकृतियां लगाई थीं, जबकि दूसरे नगरसेवक ने धरमपेठ इलाके में तांगा चौक का सौंदर्यीकरण कराया था। इसके लिए महापौर निधि से 25 लाख रुपए मुहैया कराए गए थे। इस निधि से ऐतिहासिक धरोहर के रूप में तांगा की प्रतिकृति लगाई गई थी। दोनों सौंदर्यीकरण की जिम्मेदारी मनपा के उद्यान विभाग को सौंपी गई थी। हालांकि उद्यान विभाग की अनदेखी से प्रतिकृतियां जल्द ही बदहाली में पहुंच गईं।

उद्यान विभाग से हस्तांतरण

अनिल गेडाम, प्रभारी कार्यकारी अभियंता, लोककर्म विभाग, धरमपेठ जोन कार्यालय के मुताबिक करीब आठ साल पहले सौंदर्यीकरण का काम उद्यान विभाग के माध्यम से किया गया था। अब इस चौराहे को निजी संस्था के माध्यम से सौंदर्यीकरण कराने की जानकारी मिली है। सौंदर्यीकरण को लेकर सूचना का अधिकार में जानकारी भी मांगी गई है। पूरे मामले में उद्यान विभाग से कोई भी जानकारी नहीं मिली है। ऐसे में आरटीआई आवेदन को भी उद्यान विभाग को भेजा गया है।

जोन कार्यालय को नहीं दी जानकारी

अमोल चौरपगार, प्रभारी अधीक्षक, उद्यान विभाग, मनपा के मुताबिक इस चौराहे को निजी संस्था के माध्यम से सौंदर्यीकरण के लिए सौंपा गया है। इस मामले की धरमपेठ जोन कार्यालय को जानकारी नहीं दी गई। लोकार्पण के रद्द होने के बारे में जोन कार्यालय के अधिकारी ही जानकारी दे सकते हैं।

 

 

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