पन्ना में की जा रही उच्च तकनीकी से पान की खेती

बरेजों में ड्रिप सिंचाई यंत्र लगाये जायेंगे पन्ना में की जा रही उच्च तकनीकी से पान की खेती

Bhaskar Hindi
Update: 2021-09-04 12:26 GMT
पन्ना में की जा रही उच्च तकनीकी से पान की खेती

डिजिटल डेस्क पन्ना। पन्ना जिले के गुनौर, पवई विकासखण्ड में ग्राम पटनातमोली, सलेहा, मोहन्द्र, कटक, नयागॉव, गंज में कृषको द्वारा उच्च तकनीकी से पान की खेती हो रही है। पन्ना के 5 हजार किसान इस व्यवसाय से जुड़े है सप्ताह में 4 दिवस पान का विपणन किया जाता है। प्रात: 03 बजे से मण्डी 05 बजे तक पान की मण्डी का कार्य होता है इस वर्ष जिले के 73 कृषको द्वारा पान बरेजा तैयार किये गये है। पान बरेजा निर्माण हेतु कृषको द्वारा शेडनेट, बेम्बू, जीआईवायर, वोडोमिक्चर, प्लास्टिक मल्चिंग, इरीगेशन सिस्टम आदि क्रय करने पर उद्यानिकी विभाग द्वारा 25 हजार 900 रूपये अनुदान सहायता प्रति पान बरेजा निर्माण किये जाने पर दी गई। एक पान बरेजे की लागत 84 हजार रूपये के लगभग इसका 35 प्रतिशत अनुदान सीधे किसान के खाता में दिया जाता है। जिनका स्थानीय विक्रय तो होता ही है इसके अतिरिक्त प्रति लगभग एक सैकडा पान कीमत 150 रूपये मिलती है। विक्रय किये जाने हेतु जिले, प्रदेश से बाहर सतना, कटनी, दमोह, सागर, लखनऊ, कानपुर भेजे जा रहे है, जिले में लगभग लोगों का प्रमुख आय का स्त्रोत पान ही है। इनके द्वारा व्यापारिक दृष्टिकोण से पान का उत्पादन किया जा रहा है। सहायक संचालका उद्यान महेन्द्र मोहन भट्ट द्वारा किये गये भ्रमण के समय कृषको ने क्षेत्रीय समस्या एवं आने वाली कठिनाईयो से श्री भट्ट जी को अवगत कराया गया। विभाग द्वारा नत्थूलाल चौरसिया, बृजमोहन चौरसिया, रामचन्द्र चौरसिया, रामकृपाल चौरसिया, हरिशचन्द्र, इस तरह से सहायक संचालक उद्यान पन्ना द्वारा पान किसान व्यापारी संगठन के अध्यक्ष कृष्ण कुमार चौरसिया के साथ पान कृषकों के यहा भ्रमण कर कृषको को ड्रिप लगाये जाने हेतु प्रेरित किया गया। पान में ड्रिप लगाये जाने से कम पानी में अधिक उत्पादन लिया जा सकेगा, जिससे कृषकों की आय में वृद्धि होगी। ड्रिप सयंत्र स्थापित करने पर प्रधानमंत्री किसान योजना के अंतर्गत 55 प्रतिशत का अनुदान दिया जाता है। ड्रिप सयंत्र स्थापित होने पर किसान का पानी बचेगा तथा श्रम भी बचेगा तथा उत्पादन में डेढ़ गुना बढ़ोत्तरी होगी जिससे किसानों की माली हालत सुधरेगी।
 

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